Hindi Newsबिहार न्यूज़Former MLA brother shot with bullets in Hazipur Vaishali criminals run amok amid political turmoil in Bihar

पूर्व विधायक के भाई को गोलियों से भूना, बिहार में सियासी उथल-पुथल के बीच अपराधी बेलगाम

मुकेश साह अपने चार-पांच साथियों के साथ लालगंज बाईपास में अपने मित्र नरेश कुशवाहा के साथ उनकी दुकान के पास खड़े थे। इसी बीच महाराणा प्रताप चौक की तरफ से दो बाइक सवार 4 अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी।

Sudhir Kumar हिंदुस्तान, वैशालीSat, 27 Jan 2024 07:55 PM
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बिहार के वैशाली में दो बाइक सवार चार आपराधियों ने लालगंज के पूर्व विधायक राजकुमार साह के छोटे भाई मुकेश कुमार साह पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर गोलियों से छलनी कर दिया। करीब आठ से 10 गोलियां मारी गईं। गोली लगने के बाद मौके पर गिरे मुकेश साह के करीब पहुंचकर हमलावरों ने उनके मुंह, आंख और पेट में तोबड़तोड़ गोली मारी और आराम से घटनास्थल से पश्चिम की ओर खरौना गांव की तरफ भाग निकले। घटना की सूचना मिलते ही मुकेश साह के छोटे भाई लालगंज नगर परिषद के सभापति कंचन कुमार साह घटनास्थल पर पहुंचे और गंभीर रूप से जख्मी बड़े भाई को गाड़ी पर लादकर हाजीपुर लेकर भागे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना शनिवार को सरे शाम करीब पांच बजे  की है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मुकेश साह अपने चार-पांच साथियों के साथ लालगंज बाईपास में अपने मित्र नरेश कुशवाहा के साथ उनकी दुकान के पास खड़े थे। इसी बीच महाराणा प्रताप चौक की तरफ से दो बाइक आरवन 5 और जेडएफ पर सवार चार अपराधी पहुंचे। अपराधियों ने बाइक पर से ही गोली चलाना शुरू कर दिया। जिसे सुनकर अन्य साथ खड़े लोग तो दुकान के पीछे भागे, लेकिन मुकेश साह गोली लग जाने के कारण वहीं गिर गए। गोली लगने के बाद गिरते ही अपराधियों ने उन्हें उलट-पलटकर कई और गोलियां मारी। 

इसके बाद अपराधी हथियार लहराते हुए घटनास्थल से पश्चिम की ओर पहुंचे और खरौना गांव की तरफ भाग निकले। सभी अपराधियों के हाथ में पिस्टल थी और सबकी उम्र करीब 20 से 25 वर्ष थी। घटना की जानकारी मिलते ही लालगंज थानाध्यक्ष धनंजय कुमार पांडेय पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटनास्थल की जांच -पड़ताल और लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाने में जुट गई। पुलिस ने घटनास्थल से आठ खोखा बरामद किया है और उसे अपने साथ ले गई है। 

इस संबंध में थानाध्यक्ष धनंजय कुमार पांडेय ने बताया कि सभी अपराधी लगभग 20 से 25 वर्ष की उम्र के थे। सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है। अपराधियों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है। सभी अपराधियों के चेहरे खुले हुए थे। उनमें पहचाने जाने का कोई खौफ नहीं था। इस लिए उन्होंने चेहरा छिपाने की कोई कोशिश भी नहीं की।

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