महागठबंधन में टिकट पर मारामारी, औरंगाबाद से आरजेडी का कैंडिडेट उतारने पर कांग्रेस ने मोर्चा खोला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने बिहार की औरंगाबाद सीट से आरजेडी का उम्मीदवार उतारे जाने पर गहरी नाराजगी जताई। शनिवार को उनके आवास पर कई समर्थक जुटे।
बिहार महागठबंधन में लोकसभा चुनाव 2024 के टिकटों को लेकर मारामारी चल रही है। आरजेडी बिना सीट बंटवारे के ही अपने प्रत्याशियों को सिंबल बांट रही है। इसी क्रम में दक्षिण बिहार की औरंगाबाद सीट से आरजेडी ने अभय कुशवाहा को प्रत्याशी बना दिया। अब जिले के कांग्रेस नेताओं ने आरजेडी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। औरंगाबाद से कांग्रेस के सांसद रह चुके पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार के पटना स्थित आवास पर शनिवार को बड़ी संख्या में समर्थक जुटे। सभी ने औरंगाबाद सीट आरजेडी को दिए जाने पर गहरी नाराजगी जाहिर की।
निखिल कुमार ने एक दिन पहले मीडिया से बातचीत में कहा कि औरंगाबाद कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। यहां से उन्होंने चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर ली थी। मगर आरजेडी ने इस सीट से अपना उम्मीदवार उतार दिया, इससे जिले के कांग्रेस नेता काफी नाराज हैं। उन्होंने आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा कि लालू प्रसाद यादव की पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। जबकि कांग्रेस ने कम से कम एक सीट पर जीत तो दर्ज की थी।
निखिल कुमार ने कहा कि आरजेडी ने अपने प्रत्याशी को औरंगाबाद से सिंबल दे दिया, जो कि बहुत गलत किया। बता दें कि वह कांग्रेस से औरंगाबाद से टिकट की मांग कर रहे थे। 2019 के आम चुनाव में भी उनका टिकट काट दिया गया था और महागठबंधन में ऐन वक्त पर यह सीट जीतनराम मांझी की पार्टी हम को दे दी गई थी। वहीं, इस बार जेडीयू से आरजेडी में आए टेकारी से पूर्व विधायक अभय कुशवाहा को हाल ही में लालू प्रसाद यादव ने औरंगाबाद से प्रत्याशी बनाकर सिंबल बांटा था। इस सीट पर लोकसभा चुनाव के पहले चरण में चुनाव होना है। नामांकन की आखिरी तारीख 28 मार्च है।