पापा के राज में एक नौकरी नहीं, काका के शासन में बांटने लगे; आनंद मोहन का तेजस्वी पर तंज, RJD भड़की
आनंद मोहन ने तंज कसते हुए कहा कि पिताजी के राज में एक भी नहीं और काका जी के शासन काल में तेजस्वी यादव नौकरी बांटने लगे। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद शिवहर लोकसभा सीट से जेडीयू की उम्मीदवार हैं।
Bihar Lok Sabha Election 2024: सरकारी नौकरी, आरक्षण और संविधान बिहार में लोकसभा चुनाव के ज्वलंत चुनावी मुद्दे हैं। खासकर नीतीश कुमार की जेडीयू और तेजस्वी यादव की आरजेडी बीच बिहार में सरकारी नौकरी का क्रेडिट लेने की होड़ मची है। तेजस्वी यादव यह दावा करते फिरते हैं कि चाचा नीतीश कुमार 17 सालों में जो नहीं कर पाए उसे 17 महीनों तक सरकार में रहते हुए आरजेडी ने कर दिखाया। इस पर तेजस्वी लोगों से वोट भी मांग रहे हैं। तेजस्वी के इस दावे पर बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा है कि पिताजी के राज में एक भी नहीं और काका जी के शासन काल में तेजस्वी यादव नौकरी बांटने लगे। आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद शिवहर लोकसभा सीट से जेडीयू की उम्मीदवार हैं। उन्होंने लवली आनंद की भारी मतों के अंतर से जीत का दावा किया और लालू परिवार पर जमकर निशाना साधा।
बिहार में पिछले दिनों शिक्षा विभाग और अन्य विभागों को कुल मिलाकर लगभग 5 लाख लोगों को नौकरी देने का दावा सरकार करती है। अब चुनाव सामने है तो इसका क्रेडिट लेने की होड़ मची है। तेजस्वी यादव कहते हैं कि उनकी वजह से बिहार में नौकरियां दी गईं। क्रेडिट लेने पर पलटवार करते हुए पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि हमने रोजी दी तो उन्हें बताना चाहिए कि पिताजी के राज में कितने लोगों को रोजी दी गई। तंज करते हुए कहा कि पिताजी के राज में कोई रोजगाह नहीं दिया और काका जी के राज में नौकरी बांटने लगे। कहा कि यह सब चुनावी लफ्फाजी है। इसका कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि ये लोग कायर हैं जो जाति और बाहरी-भीतरी का राग अलापते रहते हैं। यह उनके हार की निशानी है। तेजस्वी के बयान को लेकर उन्होंने कहा कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे।
राजद ने आनंद मोहन के इस बयान पर पलटवार किया है। पार्टी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि आनंद मोहन क्या बोलेंगे, उनका कैसा अतीत रहा है यह किसी से छुपा नहीं है। शक्ति सिंह यादव ने कहा कि आदरणीय तेजस्वी जी ने 17 महीने में लाखों बेरोजगारों को नौकरी दी है तो डंके की चोट पर क्रेडिट लेंगे। 17 सालों तक सोए रहे और बिहार के युवाओं को मूर्ख बना रहे थे। आज क्यों पीड़ा हो रही है। आनंद मोहन पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि शिवहर वाले क्या बोलेंगे, इनका अतीत कितना सुनहरा है यह सब जानते हैं। इसे बताने की आवश्यकता नहीं है।