Hindi Newsबिहार न्यूज़Every file of corruption will be opened those who made MLAs disappear will be treated Samrat Chaudhary

करप्शन की खुलेगी एक-एक फाइल, विधायकों को गायब करने वालों का होगा इलाज; सम्राट चौधरी

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि करप्शन की एक-एक फाइल खुलेगी। NDA के विधायकों को गायब करने की कोशिश करने वालों का भी इलाज होगा। भ्रष्टाचारियों को जेल जाना होगा।

Sandeep हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाTue, 13 Feb 2024 06:15 AM
share Share

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकतंत्र के नाम पर लूटखसोट कर रहे थे। एक-एक आदमी का फाइल खुलेगा। जदयू-भाजपा के पांच विधायकों को गायब करने की कोशिश की गई। इलाज किया जाएगा। नौकरी देने का श्रेय लेने वालों को याद रखना चाहिए कि 1990 से 2005 के बीच एक लाख तो 2005 से 2020 तक साढ़े सात लाख लोगों को नौकरी दी गई। पौने दो लाख शिक्षक बहाली का फैसला एनडीए का ही था।

सोमवार को विश्वास मत के दौरान सरकार की ओर से अपना पक्ष रखते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राजद बिहार में माफिया राज लाना चाहता था। बालू माफिया, शराब माफिया, जमीन माफिया का इलाज किया जाएगा। कानून का राज कायम होगा। सभी विभागों में फाइल खोले जाएंगे कि कहां-कहां भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचारियों को जेल जाना होगा। मुख्यमंत्री का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि अगर नीतीश कुमार नहीं होते तो लालू प्रसाद सीएम नहीं बनते।

उन्होंने कहा कि भाजपा इस सरकार के साथ मजबूती से खड़ी है। डबल इंजन का सरकार बनते ही बिहार को तत्काल तौर पर नौ हजार करोड़ का लाभ हुआ है। 1996 से ही एनडीए है। आरक्षण का दावा करने वाले राजद नेताओं ने अपने परिवार को आरक्षण दिया। डेढ़ साल में अरबपति कैसे बना जाता है यह कोई राजद नेता से सीखे। 15 साल शासन में रहे तो चारा खा गए।

फिर रेलवे में आए तो नौकरियां खा गए। नौकरी के बदले जमीन लिखवा ली। खेला होने का दावा करने वालों के साथ ही खेल हो गया। हमने खिलौना दे दिया है। अब खेलते रहें। भाजपा पर कुछ बोलने से पहले याद रखना चाहिए कि लालू प्रसाद को भी पहली बार सीएम भाजपा ने ही बनाया था।

जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने राजद नेता तेजस्वी पर पलटवार किया। विश्वास मत के दौरान जदयू की ओर से पक्ष रखते हुए मंत्री ने शायराना अंदाज में कहा कि कुछ तो मजबूरियां रही होंगी, यूं कोई बेवफा नहीं होता। जहां तक क्रेडिट लेने का सवाल है, हम साथ में थे। सीएम को क्रेडिट देना चाहिए था, लेकिन खुद क्रेडिट ले रहे थे। कौन नहीं जानता है कि मुख्यमंत्री बिहार के विकास के लिए लगे हुए हैं।

चाहे कोई बड़ा फैसला हो या नई नीति बनाने की बात, मुख्यमंत्री ने ही सारा काम किया है। जिस शिक्षक बहाली का श्रेय लिया जा रहा है, उस पर निर्णय मेरे शिक्षा मंत्री रहते हुए ही लिए गए थे। पूरा बिहार जानता है कि जब तत्कालीन शिक्षा मंत्री (चंद्रशेखर) ने दफ्तर जाना बंद कर दिया तब बहाली की प्रक्रिया शुरू हुई। कांग्रेस जातीय गणना का क्रेडिट ले रही है।

जब देश में किसी ने इसकी बात नहीं की थी तब नीतीश कुमार ने जाति आधारित गणना की मांग की थी। जहां तक भाजपा का सवाल है, हमारा गठबंधन, समझदारी और समझौता पुराना है। हमारा गठबंधन पुराना है। तब भी अच्छे से सरकार चली थी, आगे भी चलते रहेगी।
 

अगला लेखऐप पर पढ़ें