धनतेरस पर बिहार में धनवर्षाः 867 करोड़ से बदलेगी उद्योग-धंधे की सूरत, खुलेंगे रोजगार के नए द्वार
प्रधान सचिव ने बताया कि इन परियोजनाओं में 257 करोड़ रुपये निवेश होंगे। इसके साथ-साथ बीपीसीएल को नवादा के वारिसलीगंज में पेट्रोलियम डिपो के लिए जमीन आवंटित किया गया है। इसमें 610 करोड़ का निवेश होगा।
धनतेरस के अवसर बिहार के औद्योगिक विकास के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। राज्य में 867 करोड़ निवेश का रास्ता साफ हो गया है। बियाडा की प्रोजेक्ट क्लीयरेंस कमेटी ने 9 औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश की स्वीकृति प्रदान कर दिया है। इन क्षेत्रों में 12 इकाइयों को लगाने की अनुमति दी गई है। यह जानकारी उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौंड्रिक ने दी। उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर बियाडा की कमेटी के निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सेक्टर के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण व अन्य सेक्टर में निवेश की मंजूरी दी गयी है।
प्रधान सचिव ने बताया कि इन परियोजनाओं में 257 करोड़ रुपये निवेश होंगे। इसके साथ-साथ बीपीसीएल को नवादा के वारिसलीगंज में पेट्रोलियम डिपो के लिए जमीन आवंटित किया गया है। इसमें 610 करोड़ का निवेश होगा। इन परियोजनाओं में निवेश से एक ओर जहां राज्य की औद्योगिक सूरत बदलेगी वहीं बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
पिछले दिनों राज्य निवेश प्रोत्साहन पर्षद ने 51 परियोजनाओं पर सहमति प्रदान की। विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन प्रस्तावों को हरी झंडी दी गयी। उद्योग विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि इन प्रस्तावों पर 499.30 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसमें खाद्य प्रसंस्करण यूनिट के अलावा टेक्सटाइल और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित होंगे। एसआईपीबी की बैठक में 13 परियोजनाओं को वित्तीय स्वीकृति भी दी गयी। इनमें 342 करोड़ की परियोजनाएं शामिल हैं।