डेंगू का डंकः तेजी से फैल रही बीमारी, इलाज में कोताही बर्दाश्त नहीं; प्रमुख अस्पतालों में मजिस्ट्रेट तैनात
प्लेटलेट्स की मांग भी कुछ बढ़ी डेगू पीड़ितों की बढ़ती संख्या का असर ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता और मांग पर भी पड़ा है। पिछले दो तीन दिनों से ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की मांग भी बढ़ गई है।
बिहार में डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। इस पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम मिलकर कार्य करेंगे। तीनों विभाग ने योजना तैयार कर काम भी शुरू कर दिया है। शनिवार को जिला प्रशासन ने सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के अधीक्षक और संचालकों के साथ बैठक की। लोगों की सुविधा के लिए डेंगू नियंत्रण कक्ष की शुरुआत की गई है। ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। सभी प्रमुख अस्पतालों में मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
डीडीसी तनय सुल्तानिया ने इस वर्ष डेंगू से पीड़ित मरीजों में रिकवरी रेट अच्छा है। कम ही मरीजों को प्लेटलेट्स की आवश्यकता पड़ रही है। निजी अस्पताल के चिकित्सकों ने यह भी बताया कि उनके यहां पर्याप्त बेड हैं। आइसोलेटेड वार्ड भी बनाया गया है। लगभग 10 प्रतिशत बेड डेंगू मरीजों के लिए उपयोग हो रहे हैं। किसी भी मरीज को लौटाया नहीं जा रहा है।
प्लेटलेट्स की मांग भी कुछ बढ़ी डेगू पीड़ितों की बढ़ती संख्या का असर ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता और मांग पर भी पड़ा है। पिछले दो तीन दिनों से ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की मांग भी बढ़ गई है। ये मांगें अधिकांशत निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों के लिए ही आ रही हैं।
कंकड़बाग और बाइपास के दक्षिण तेजी से बढ़ रहा मामला
बांकीपुर के बाजार समिति, पाटलिपुत्रा अंचल के न्यू पाटलिपुत्रा और इंद्रपुरी, पटेलनगर के बाद अब कंकड़बाग और बाइपास के दक्षिणी इलाके में डेंगू का प्रसार तेजी से होने लगा है। जलजमाव और नमी से प्रभावित कंकड़बाग के पोस्टल पार्क, चांदमारी रोड, योगीपुर और अब बाइपास के दक्षिण में जक्कनपुर से बड़ी संख्या में में डेंगू पीड़ित मिलने लगे हैं। योगीपुर के मनोज, संगीता ने बताया कि बारिश के बाद से मोहल्ले में मच्छरों का प्रकोप बहुत बढ़ गया है। वहीं चांदमारी रोड निवासी स्वास्थ्यकर्मी हरेंद्र कुमार ने बताया कि मोहल्ले के आसपास में कई जगहों पर नाला-चैंबर ध्वस्त हैं।
मजिस्ट्रेटों को छह तरह की जिम्मेदारी दी गई
शनिवार को प्रशासन ने पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमस समेत प्रमुख सरकारी अस्पतालों में मजिस्ट्रेट की तैनात कर दी। सभी मजिस्ट्रेट को छह प्रकार की जिम्मेदारी सौंपी गई है इसमें ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स और ब्लड बैंक की उपलब्धतता है। गंभीरता का आकलन करते हुए ब्लड और प्लेटलेट्स की उपलब्धता कराएं। यह व्यवस्था करना कि किसी भी रोगी या उनके परिजन से अवैध राशि की वसूली न हो। दलालों एवं बिचौलियों पर लगातार नजर रखना। ब्लड और प्लेटलेट्स नहीं होने पर तत्काल सूचित करना, सभी ब्लड बैंकों द्वारा ई-रक्त कोष पोर्टल पर ब्लड या प्लेटलेट्स की उपलब्धता की स्थिति का प्रतिदिन पोर्टल अपडेट करना शामिल है।
दो बड़े अस्पतालों में 64 बेड सुरक्षित
डीडीसी ने कहा कि डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में पर्याप्त बेड उपलब्ध हैं। शहर के दो बडे सरकारी अस्पतालों में 64 बेड डेंगू मरीजों के लिए सुरक्षित किया गया है। पीएमसीएच में 14 मरीज भर्ती हैं तथा यहां 34 बेड हैं। इसी प्रकार एनएमसीएच में 7 मरीज भर्ती हैं। यहां 30 बेड हैं।
फोन पर मिलेगी सहायता
डीएम के निर्देश पर सिविल सर्जन ने शनिवार को डेंगू नियंत्रण कक्ष की स्थापना की है। डेंगू नियंत्रण कक्ष का नंबर 0612-2951964 है। यह 24 घंटे काम करेगा। आम जनता किसी भी सहायता के लिए सम्पर्क कर सकती है। इसमें अस्पताल में भर्ती कराने, बेड, ब्लड, प्लेटलेट्स की उपलब्धता की जानकारी मिलेगी।
चिंता पटना में डेंगू के 70 नए मरीज मिले
पटना में शनिवार को कुल 70 डेंगू संक्रमित मिले। इनमें 41 निजी, जबकि 29 सरकारी अस्पतालों में आई जांच रिपोर्ट में संक्रमित पाए गए। जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार जिले में अब कुल डेंगू संक्रमितों की संख्या बढ़कर 254 हो गई है।
शनिवार को सरकारी अस्पतालों से मिली जानकारी के अनुसार पाटलिपुत्र अंचल से सात, एनसीसी और बांकीपुर में छह-छह, कंकड़बाग और अजीमाबाद में चार-चार तथा दानापुर व पटना सिटी में एक-एक डेंगू संक्रमित पाये गए हैं।