बिहार में डेंगू का बढ़ रहा कहर, पटना में बच्चे की मौत; 224 नए मरीज मिले
नए पीड़ितों में अजीमाबाद में सबसे अधिक 79, बांकीपुर अंचल में 59, कंकड़बाग में 15, पटना सिटी अंचल में 52, एनसीसी में 10 और पाटलिपुत्र में नौ केस शामिल हैं।
बिहार में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी पटना में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां डेंगू खतरनाक रूप लेता जा रहा है। यहां डेंगू से एक 10 साल के बच्चे की मौत हो गई है। बच्चे का इलाज एनएमसीएच में चल रहा था, उसने बुधवार को दम तोड़ दिया। वहीं, शहर के अलग-अलग इलाकों से 224 नए मरीज मिले हैं।
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विनोद सिंह ने बताया कि पीडियाट्रिक विभाग में बिहटा के सालिमपुर निवासी महेश यादव का 10 वर्षीय बेटा नंदन कुमार की मौत इलाज के दौरान हो गई। उसे आठ अक्टूबर को डॉ. मो अथर अंसारी की यूनिट में भर्ती कराया गया था। फिलहाल विभाग में डेंगू पीड़ित पांच बच्चे भर्ती हैं। नए पीड़ितों में अजीमाबाद में सबसे अधिक 79, बांकीपुर अंचल में 59, कंकड़बाग में 15, पटना सिटी अंचल में 52, एनसीसी में 10 और पाटलिपुत्र में नौ केस शामिल हैं।
बिहार में डेंगू पर सियासी घमासान
दूसरी ओर, बिहार में डेंगू पर सियासी घमासान मच गया है। बीजेपी और जेडीयू आमने-सामने हो गई है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था चरमरा गई है। डेंगू तेजी से फैल रहा है। अस्पतालों में अभी तक जांच किट नहीं आए हैं। इलाज की व्यवस्था नहीं है, फॉगिंग भी नहीं हो रही। लालू यादव का सिंगापुर जाकर इलाज हो रहा है और तेजस्वी बिहार के स्वास्थ्य विभाग को रसातल में भेज रहे हैं।
इस पर जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने पलटवार करते हुए कहा कि विजय सिन्हा की दिमागी हालत किसी से छिपी नहीं है। उन्हें इलाज की जरूरत है। देरी नहीं करनी चाहिए।