कांग्रेस की पप्पू यादव से नाराजगी नहीं, पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नपेंगे; बोले अखिलेश सिंह
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी और महागठबंधन प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। और पप्पू यादव से अब कोई नाराजगी नहीं है।
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। बुधवार को कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बिहार में पिछली बार से अधिक सीटें मिली हैं, लेकिन यह अपेक्षा से कम है। पार्टी और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के खिलाफ काम करने वाले निकाले जाएंगे। लोकसभा चुनाव में विरोधी दलों को मदद करने वाले कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता चिह्नित किए जाएंगे।
वहीं पप्पू यादव से जुड़े सवाल पर अखिलेश सिंह ने कहा कि वे अब सांसद चुने जा चुके हैं, तो पुरानी बातें भी समाप्त हो गई है। उनसे कोई गिला शिकवा नहीं है। कांग्रेस का झंडा लगाकर वे वोट मांगे और जीते हैं। बिहार में राजद, कांग्रेस और वामदल के 9 प्रत्याशियों के जीत के साथ ही पप्पू यादव के एक सीट को भी हमलोग अपने खेमे में मानते हैं। उन्होने कहा कि अभी अधिक से अधिक सांसदों को जोड़ने का समय है।
उन्होने कहा कि कुछ गड़बड़ियां हमारे दल के नेताओं ने की है। पार्टी के कुछ नेताओं ने काम ठीक ढंग से नहीं किया, साथ ही दूसरी पार्टी की मदद की है। हम उसकी भी जांच कर रहे हैं, जो लोग भी गड़बड़ किए हैं, उनको मैं कहना चाहता हूं, वैसे लोगों की पार्टी में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। पार्टी में रहकर इधर-उधर करें यह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
नई सरकार के गठन में दलों की भूमिका पर अखिलेश ने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को अपनी भूमिका स्वयं तय करनी है। समय-समय पर वे दोनों नरेंद्र मोदी की नीतियों का विरोध भी करते रहे हैं और कांग्रेस के सहयोगी भी रह चुके हैं। मौके पर राजेश राठौड़, लालबाबू लाल, प्रो. अंबुज किशोर झा और ज्ञान रंजन आदि मौजूद थे।
आपको बता दें बिहार में महागठबंधन की सहयोगी कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ी है। जिसमें 3 सीटों पर जीतने में सफल रही। हालांकि 6 सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। जिन 3 सीटों पर कांग्रेस जीती, जिसमें कटिहार से तारिक अनवर, किशनगंज से मो. जावेद और सासाराम से मनोज कुमार लोकसभा पहुंचने में सफल रहे।