बिहार में शिक्षा के मंदिर में घिनौनी वारदात, दूसरी क्लास के बच्चे को हॉस्टल संचालिका ने किया किडनैप
पुलिस ने हॉस्टल संचालिका को गायघाट से गिरफ्तार किया है। वह गायघाट के कल्याणी गांव की निवासी है। मामले में दो अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी का पुलिस प्रयास कर रही है। बच्चे को बरामद कर लिया गया है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में एक हॉस्टल संचालिका का घिनौना चेहरा सामने आया है। 40 हजार बकाया के लिए उसने दूसरी के छात्र को अगवा कर लिया। पुलिस ने चार घंटे के भीतर न सिर्फ बच्चे को बरामद कर लिया बल्कि आरोपी महिला को भी गिरफ्तार कर लिया। हॉस्टल के बिल का बकाया वसूलने के लिए गुरुवार की रात कांटी से सब्जी विक्रेता लक्ष्मी साह के पुत्र प्रियांशु राज (11) का अपहरण कर लिया गया। थाने में शिकायत के बाद गठित एसआईटी ने महज चार घंटे में बच्चे को गन्नीपुर स्थित एक निजी हॉस्टल से बरामद कर लिया। बच्चे को हॉस्टल में बंधक बनाकर रखा गया था।
पुलिस ने हॉस्टल संचालिका को गायघाट से गिरफ्तार किया है। वह गायघाट के कल्याणी गांव की निवासी है। मामले में दो अन्य फरार आरोपितों की गिरफ्तारी का पुलिस प्रयास कर रही है। डीएसपी पश्चिमी अभिषेक आनंद ने शुक्रवार को बताया कि कांटी थाना के दामोदरपुर बजरंग चौक निवासी लक्ष्मी साह का पुत्र प्रियांशु राज गिरफ्तार हॉस्टल संचालिका के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था। हॉस्टल में रहने व पढ़ने का 40 हजार रुपये का बिल हो गया। लक्ष्मी साह बीमार हो गया, इस वजह से हॉस्टल का बिल नहीं दे पाया। तब वह बच्चे को हॉस्टल से निकालकर घर ले आया। हॉस्टल संचालिका लगातार बिल भुगतान के लिए लक्ष्मी साह व उसकी पत्नी को कॉल करती थी।
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डीएसपी पश्चिमी ने बताया कि गुरुवार रात करीब नौ बजे हॉस्टल संचालिका अपने एक पुरुष मित्र और मौसेरे भाई के साथ लक्ष्मी साह के घर पहुंची। वहां से झांसा देकर बच्चे को उठाकर बाइक से सभी फरार हो गए। रात 10 बजे हॉस्टल संचालिका ने कॉल कर लक्ष्मी साह से कहा कि बच्चे को सकुशल वापस चाहते हो तो बकाये का 40 हजार रुपए लेकर आओ। इसके बाद बच्चे को गन्नीपुर स्थित हॉस्टल के एक कमरे में बंदकर बाहर से ताला लगा दिया गया। लक्ष्मी साह ने कांटी थाने में घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जिस नंबर से कॉल आई थी, उसका टॉवर लोकेशन लिया तो गायघाट का मिला। पुलिस ने पीछा कर हॉस्टल संचालिका को गायघाट थाना से पहले पकड़ लिया। उसके दोनों पुरुष साथी अंधेरे का लाभ उठाकर फरार हो गए। इसके बाद हॉस्टल संचालिका की निशानदेही पर बच्चे को गन्नीपुर स्थित हॉस्टल से बरामद किया गया। बच्चे की बरामदगी को बनी एसआईटी में थानाध्यक्ष सुधाकर पांडेय, एसआई एलके सिंह, तनुजा कुमारी, रजनीकांत आदि थे।