जनता कर्फ्यू: बस स्टैंड में जांच के लिए अफरा-तफरी, बगैर जांच सैकड़ों गए घर
झूंड के झूंड लोग पैदल आ रहे थे। रेलवे स्टेशन से। मीठापुर बस स्टैंड में सुबह से ही अफरा-तफरी का माहौल रहा। जिला प्रशासन की ओर से डॉक्टरों की टीम बसों को खड़ा करके यात्रियों की जांच करती रही। लेकिन यह...
झूंड के झूंड लोग पैदल आ रहे थे। रेलवे स्टेशन से। मीठापुर बस स्टैंड में सुबह से ही अफरा-तफरी का माहौल रहा। जिला प्रशासन की ओर से डॉक्टरों की टीम बसों को खड़ा करके यात्रियों की जांच करती रही। लेकिन यह जांच सिर्फ खानापूर्ति की तरह ही दिखी। बड़ी संख्या में लोग बगैर जांच कराए ही अपने घर चले गए, जबकि 90 फीसदी से ज्यादा यात्री मुंबई सहित दूसरे शहरों से आये थे।
मशीन कम पड़ गई
यात्रियों के शरीर का तापमान मापने के लिए मीठापुर बस स्टैंड में डॉक्टरों की टीम सुबह से लगी रही। लेकिन सुबह 10:30 बजे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। मुंबई, विजयवाड़ा,तिरुपति, हावड़ा सहित कई जगहों से बड़ी संख्या में लोग पटना जंक्शन उतरे और अपने घरों को जाने के लिए मीठापुर बस स्टैंड पहुंच गए। यहां सभी बसों को लाइन में लगाकर डॉक्टरों की टीम बारी-बारी से जांच कर रही थी। लेकिन जांच करने के लिए सिर्फ दो ही इंथ्रा मशीन थी। ऐसे में जांच कराने के लिए अफरा-तफरी मची रही। दूसरी तरफ बड़ी संख्या में लोग बगैर जांच कराए, मोतिहारी, दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर सहित कई जगहों की बसों की छतों पर बैठ कर चले गए। जांच कर रही डॉक्टरों की टीम बार-बार इंथ्रा मशीन की कमी के कारण झल्लाती रही। डॉक्टर आनंद ने कहा कि यात्रियों की संख्या बहुत ज्यादा है और मशीन सिर्फ दो ही हैं। ऐसे में जांच करने में लगातार परेशानी हो रही है।
पांच संदिग्ध मिले, दो भाग गए
मीठापुर बस स्टैंड में सुबह से ही जांच होती रही। इस दौरान मुंबई से आए तीन लोग, विजयवाड़ा से आए एक और एक अन्य जगह से आया मरीज संदिग्ध के रूप में चिन्हित हुआ। डॉक्टरों की टीम इन्हें अलग खड़ा करके रखी रही। इसी बीच दो मरीज कही भाग गए और डॉक्टरों की टीम दूसरे मरीजों की जांच में लगी रही। बस स्टैंड के सामने घंटों अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।