दो चरणों में सुस्त वोटिंग से टेंशन में CEO, बिहार में वोटर्स को बूथ तक लाने की कवायद, DM-SP को दिए निर्देश
बिहार में दो चरणों में हुए कम मतदान पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने चिंता व्यक्त की है। और डीएम-एसपी के साथ समीक्षा बैठक की। साथ पोलिंग बूथ पर इंतजाम बेहतर करने के आदेश दिए।
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने जिलों के जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने का निर्देश दिया। पहले व दूसरे चरण के 9 लोकसभा चुनाव क्षेत्रों में मतदान के दौरान पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में कम वोटर टर्नआउट पर उन्होंने चिंता जतायी और आगे चरणों में होने वाले मतदान को लेकर मतदाताओं के लिए बूथों पर आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने, उन्हें बूथ तक लाने के लिए चुनाव आयोग के निर्देशानुसार इंतजाम करने को कहा।
श्रीनिवास ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीसरे से सातवें चरण के लोकसभा चुनाव वाले जिलों में चुनाव तैयारी की समीक्षा की। करीब दो घंटे तक चली बैठक में उन्होंने चुनाव क्षेत्रों में प्रेक्षकों की तैनाती, विभिन्न कोषांगों के कार्यो, मतदानकर्मियों के प्रशिक्षण, मतदान केंद्रों में उपलब्ध सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, मतगणना इत्यादि की तैयारियों की समीक्षा की।
वोट बहिष्कार वाले इलाकों की समस्या को दूर करें बैठक में बिहार के सीईओ एचआर श्रीनिवास ने जिलाधिकारियों को कहा कि मतदान बहिष्कार की सूचनाएं जिलों में उन्हें पहले मिलती होगी। इनसे जुड़े लोगों की समस्याओं को समझ कर, उसका निदान करें और मतदाताओं को मतदान में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे मतदान के बाद सुरक्षा बलों की दूसरे जिलों में रवानगी के लिए समयबद्ध होकर कार्य करें ताकि अगले चरण में होने वाले चुनाव की तैयारी पहले हो सके।
बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में स्टेट नोडल पुलिस ऑफिसर (एसपीएनओ) सह एडीजी, मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार, अर्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए स्टेट नोडल ऑफिसर सह एसएसबी के आईजी सुशील खोपड़े भी मौजूद थे। उनके साथ ही, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आलोक कुमार घोष एवं आनंद शर्मा, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी सहित सभी सभी जिलों के डीएम-एसपी व अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में शामिल थे।
दूसरे चरण में किस सीट पर कितना मतदान?
किशनगंज- 62.84%
कटिहार- 63.76%
पूर्णिया- 63.08%
भागलपुर- 53.5%
बांका- 54.48%
बिहार 59.45%