बिहार में आज हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, डेढ़ दर्जन नेता ले सकते हैं मंत्री पद की शपथ
बिहार में आज मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार बीजेपी और जेडीयू के करीब डेढ़ दर्जन नेता मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। हालांकि आधिकारिक घोषणा होने का इंतजार है।
बिहार में गुरुवार को नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। हालांकि भाजपा की सूची पर शीर्ष नेतृत्व की मुहर के बाद ही संख्या तय होगी कि कितने और कौन-कौन मंत्री बनेंगे। वैसे फिलहाल मंत्रिमंडल में जदयू और भाजपा के लगभग डेढ़ दर्जन विधायकों को शामिल किये जाने की सूचना है। शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में शाम के पांच बजे हो सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सरकार के स्तर पर तैयारी कर ली गई है। इस बीच सूत्रों से जो खबर मिल रही है उसके अनुसार जेडीयू कोटे से सुनील कुमार, लेसी सिंह, मदन सहनी, अशोक चौधरी, रत्नेश सदा, जमा खान और मदन सहनी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा महेश्वर हजारी भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
गौरतबल है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बुधवार को काफी गहमागहमी रही। बैठकों का दौर जारी रहा और संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास एक अणे मार्ग में घटक दलों के साथ बैठक की। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा शामिल हुए। लगभग एक घंटे तक चली इस बैठक में संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा हुई। बैठक में यह तय हुआ कि जदयू कोटे से छह से आठ विधायक-विधान पार्षदों को मंत्री बनाया जा सकता है। जबकि भाजपा कोटे से 10-12 विधायक-विधान पार्षदों को नीतीश सरकार में शामिल किया जा सकता है।
संभावित मंत्रियों को लेकर जदयू ने अपनी सूची तैयार कर ली है। लेकिन भाजपा कोटे से संभावित मंत्रियों के नाम अभी तय नहीं हुए हैं। प्रदेश भाजपा इकाई ने आलाकमान को संभावित मंत्रियों की सूची भेज दी है। गुरुवार की सुबह तक मंत्रियों का नाम फाइनल हो सकता है। पार्टी नेताओं के अनुसार भाजपा आलकमान ने नामों पर सुबह मुहर लगा दी तो गुरुवार की शाम में ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। नाम नहीं आने पर शुक्रवार को शपथ ग्रहण होगा।
2020 का ही रहेगा फार्मूला
मंत्रियों का फॉर्मूला वर्ष 2020 के आधार पर ही है। उस समय भाजपा कोटे के 16, जदयू से 12, हम से एक, वीआईपी से एक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री थे। अभी सरकार में सीएम सहित नौ मंत्री हैं। इसमें जदयू से चार, भाजपा से तीन, हम से एक और एक निर्दलीय विधायक मंत्री हैं। चर्चा के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार के बावजूद आठ-दस पद खाली रह सकते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद मंत्रिमंडल विस्तार में कुछ और विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा।