Hindi Newsबिहार न्यूज़Bumper Vacancies in Bihar 13 thousand recruitments in the health department in 3 months preparations in mission mode

बिहार में बंपर बहाली; 3 महीने में स्वास्थ्य विभाग में होंगी 13 हजार भर्तियां, मिशन मोड में तैयारी

बिहार के स्वास्थ्य विभाग में एनएचएम के तहत अक्टूबर से दिसंबर के बीच 13 हजार भर्तियां पूरी करने का निर्देश हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय ने दिया। साथ ही कई कार्यक्रमों और योजनाओं की विभागीय समीक्षा की।

Sandeep हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाTue, 18 June 2024 09:58 PM
share Share

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सूबे के अस्पतालों में आयुष चिकित्सक सहित 13 हजार 267 पदों पर नियुक्ति होगी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अस्पतालों में मिशन मोड में रिक्तियों को अक्टूबर तक भरने का निर्देश दिया। सरकारी अस्पतालों में रक्ताधिकोष एवं रक्त पृथक्करण इकाई स्थापित करने का निर्देश दिया।  मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यक्रमों और योजनाओं की विभागीय अधिकारियों के साथ प्रगति की समीक्षा की। 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बेहतर एवं गुणात्मक स्वास्थ्य एवं विशिष्ट चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की सरकार की प्राथमिकता को देखते हुए ज्यादातर पदों को अक्टूबर तक भरें। शेष बचे पदों पर दिसंबर 2024 तक नियुक्ति करने का निर्देश राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों को दिया।

इन पदों पर होगी नियुक्ति
 
आयुष चिकित्सक- 2724
सीएचओ- 4500
मेडिकल ऑफिसर-  757
ऑपथालमिक सहायक- 220
स्टाफ नर्स- 2500
एएनएम- 1229
लैब तकनीशियन- 982
लॉजिस्टिक मैनेजर- 38
प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक या अस्पताल प्रबंधक- 97
ब्लॉक अकाउंटेंट- 38
प्रखंड अनुश्रवण सहायक- 128
प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक- 54

मंत्री ने दिये कई अहम निर्देश

स्वास्थ्य मंत्री ने गुणवत्तापूर्ण प्रसव सेवा के लिए फार्स्ट रेफरल इकाई की संख्या बढ़ाने को कहा। इसके लिए विशेष चिकित्सकों की जल्द भर्ती करने को कहा। पहले से कार्यरत विशेषज्ञ चिकित्सकों को पुनर्पदस्थापित करने का निर्देश दिया। सरकारी अस्पताल के सभी प्रसव गृह और ऑपरेशन थियेटर की कमियों का निराकरण करते हुए लक्ष्य सर्टिफाइड अस्पतालों की संख्या बढ़ाने को कहा। थैलेसीमिया डे केयर सेंटर एम्स और जीएमसी पूर्णिया में स्थापित करने, बोन मैरो प्रत्यारोपण के लिए मुख्यमंत्री चिकित्सा राहत कोष से शीघ्र राशि आवंटित करने के लिए कहा। सहरसा, बेतिया और छपरा में रक्त पृथक्करण इकाई स्थापित करने का निर्देश दिया। 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में 57 प्रतिशत बच्चे एनीमिया से ग्रसित हैं। इन्हें अभियान चला कर ठीक करें। बाल हृदय योजना के तहत हृदय में छेद से ग्रसित 360 बच्चों का ऑपरेशन कराया गया। 21 बच्चों को ऑपरेशन के लिए एयर फ्लाइट से स्वास्थ्य मंत्री रवाना करेंगे। मुख्यमंत्री चिकित्सा अनुदान के तहत अनुदान राशि पीड़िता को जल्द स्वीकृत करने का निर्देश निदेशक प्रमुख डॉ. सुनील झा को दिया। बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, उप सचिव प्रमोद कुमार राम, प्रशासी पदाधिकारी राजेश कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी प्रिय रंजन राजू आदि मौजूद थे

अगला लेखऐप पर पढ़ें