BRA Bihar University: बदलेगा एडमिशन का नियम, UGC ने भेजा पत्र, CUET पर एकेडमिक काउंसिल की मुहर का इंतजार
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स में नामांकन के लिए सीयूईटी के आधार पर नामांकन लेने को पत्र भेजा है। आवेदन करने की आखिरी तारीख 12 मार्च, 2023 तक है।
पटना के बाद बिहार से सबसे बड़े विश्वविद्यालय बीआरएबीयू में भी स्नातक में नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा हो सकती है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने राज्य के विवि को संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) से दाखिला लेने का निर्देश दिया है।
अभी सिर्फ केंद्रीय विश्वविद्यालयों में ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा से दाखिला होता है। बीआरएबीयू में 12वीं के अंक के आधार पर स्नातक में दाखिला लिया जाता है। यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों को अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम्स में नामांकन के लिए सीयूईटी के आधार पर नामांकन लेने को पत्र भेजा है।
यह भी पढ़ें- Good News: बिहार के SKMCH में 35 बेड का कैंसर वार्ड शुरू, केंद्र की इस योजना से मरीजों को मिलेगा सब्सिडी का लाभ
यूजीसी ने दिया यह निर्देश
UGC ने एचईआई, स्टेट यूनिवर्सिटीज, डीम्ड यूनिवर्सिटीज, निजी विश्वविद्यालयों से अपने यूजी प्रोग्राम में एडमिशन के लिए सीयूईटी स्कोर को अपनाने और उपयोग करने का निर्देश दिया है। यूजीसी ने कहा है कि यह पहल विद्यार्थियों को अलग-अलग तारीख पर आयोजित कई प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने से बचाएगी, जो कभी-कभी एक-दूसरे के साथ मेल खाती हैं।
आयोग के सचिव मनीषजोशी ने इसे लेकर निर्देश दिया है। सीयूईटी यूजी 2023 परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आवेदन करने की आखिरी तारीख 12 मार्च, 2023 तक है। परीक्षा 21 मई से आयोजित की जाएगी।
इसे भी पढ़ें- विदेश में नौकरी के सपने दिखाकर सैकड़ों युवकों से ठगी, सोशल मीडिया पर झांसा ऐसे बना रहे शिकार
अभी कैसे होता है एडमिशन?
विवि में आवेदन से लेकर नामांकन तक में लग जाते हैं महीनों अभी 12वीं के अंक के आधार पर विवि में स्नातक में नामांकन होता है। इसमें महीनों लग जाते हैं। यही नहीं, मेधा सूची के साथ अन्य अलग-अलग गड़बड़ियां भी सामने आती हैं। विवि के डीएसडब्ल्यू अभय कुमार सिंह ने कहा कि विवि के एकेडमिक काउंसिल से पास होने के बाद ही इसमें आगे की प्रक्रिया होगी।
विषयों की संख्या और पेपर के पैटर्न रहेंगे समान
यूजीसी ने निर्देश दिया है कि विषयों की संख्या और पेपर के पैटर्न समान रहेंगे। एक छात्र एक या दो भाषाओं और सामान्य परीक्षा के अलावा छह डोमेन विषय दे सकता है। परीक्षा प्रत्येक दिन तीन शिफ्ट में 13 भाषाओं में आयोजित की जाएगी। विवि में यह व्यवस्था लागू होने से विद्यार्थियों को भी फायदा होगा और समय भी बचेगा।