पटना में मैनहोल की सफाई के लिए महिलाओं का दस्ता तैयार, एक टीम में हैं 24 स्वक्षांगिनी; नगर निगम ने किया समझौता
पटना में अब मैनहोल की सफाई स्लम में रहने वाली महिलाएं करेंगी। नगर निगम ने इसके लिए उनके साथ समझौता कर लिया है। महिलाओं की यह टीम मशीन से लैस है और इनके नाम नदियों के नाम पर हैं।
पटना नगर निगम की ओर से स्लम में रहने वाली महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सशक्त करने की पहल का सकारात्मक असर दिखने लगा है। पटना में मैनहोल की सफाई के लिए महिलाओं का दस्ता तैयार किया गया है। पाटलिपुत्र अंचल से इसकी शुरुआत हुई है। अभी दस्ते में 24 महिलाएं शामिल हैं। नगर निगम ने इन महिलाओं के साथ एकरारनामा किया है। इन महिलाओं को स्वक्षांगिनी का नाम दिया गया है। ये महिलाएं मैनहोल की सफाई करेंगी।
अबतक यह कार्य पुरुष सफाईकर्मी ही करते रहे हैं। महिलाएं सफाई कार्य मशीनों के माध्यम से करेंगी। इस कार्य के लिए एक संगठन भी बनाया गया है। स्वक्षांगिनी संगठन के साथ नगर निगम ने जो एकरारनामा किया है। उसके मुताबिक स्वक्षांगिनी टीम को मैनहोल की सफाई की जिम्मेवारी दी गई है। पाटलिपुत्र प्रमंडल में इन्हें यह जिम्मेवारी दी है। पाटलिपुत्र प्रमंडल के नोडल पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि अभी एक टीम तैयार हुई है। इसमें 24 महिलाएं हैं।
एक टीम को दी गईं चार मशीनें
एक टीम को चार मशीनें दी गई हैं। प्रत्येक मशीन को नदियों का नाम दिया गया है। नगर निगम ने महिला टीम को मशीनें भी उपलब्ध करायी है। पाटलिपुत्र अंचल में वार्ड दो के सभी मैनहोल की सफाई कर दी गई है। स्वक्षांगिनी की टीम अब वार्ड-8 में मैनहोल की सफाई करेगी। इन्हें अलग से ड्रेस दिया गया है। नगर निगम ने तीन साल का एकरारनामा किया है। ये साल में तीन बार मैनहोल की सफाई करेंगी।
चार टीमें बनीं
मैनहोल की सफाई के लिए बनाई गई महिलाओं की प्रत्येक टीम का नाम नदियों के नाम पर रखा गया है। पहली टीम गंगा, दूसरी कृष्णा, तीसरी नर्मदा और चौथी टीम यमुना है। अभी कुल चार टीम काम शुरू दिया है। हर एक टीम में पांच महिलाएं है।