मुझे घर बुला लीजिए नहीं तो...; रियाद में बंधक बिहार के मजदूर ने मोदी सरकार से लगाई गुहार
अरब में भारतीय दूतावास भी उसकी कोई मदद नहीं कर रहा है। मुजफ्फरपुर प्रसाशन भी मामले में मूकदर्शक बना हुआ है और उनके परिवार का एक एक दिन मानसिक तनाव में बीत रहा है। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
बिहार के मुजफ्फरपुर से विदेश में मजदूरी करने गये मजदूर बंधक बने हैं और इधर उनका परिवार परेशान है। जिले के औराई के भलूरा पंचायत निवासी आफताब शेख अरब के रियाद में आठ माह से बंधक पड़ा है। मुजफ्फरपुर में उसकी पत्नी रुखसाना छटपटा रही है। एक दिन रियाद से पति वीडियो कॉल कर छुड़ाने की मिन्नतें करने लगा। उसके बाद से परिवार का आफताब से संपर्क नहीं हो रहा है। पीड़ित मजदूर ने वीडियो भेजकर केंद्र की मोदी सरकार से वापस बुलाने की गुहार लगाई है।
जानकारी के मुताबिक अरब में भारतीय दूतावास भी उसकी कोई मदद नहीं कर रहा है। मुजफ्फरपुर प्रसाशन भी मामले में मूकदर्शक बना हुआ है और उनके परिवार का एक एक दिन मानसिक तनाव में बीत रहा है। मंगलवार को आफताब की पत्नी रुखसाना मिलों चलकर पूर्वी एसडीओ कार्यालय गई और पति को छुड़ाने के आग्रह किया।
एजेंट की ठगी का शिकार हुए आफताब
पीड़ित मजदूर आफताब शेख ने फोन पर बताया कि परसोनी गांव का अरशद नामक युवक उसे डेढ लाख रुपए लेकर दिल्ली के तैमूर नगर से अल अहमदी कंपनी में मजदूरी करने को भेजा था। एजेंट ने उसे भेज तो दिया मगर वहां जाकर उसे ना तो काम मिला नहीं खाने पीने का पैसा दिया जा रहा है। इसके कारण वह काफी परेशान है। उसने बताया कि वह घर से अब तक लाखों रुपए मंगा कर किसी तरह खाना खाकर जिंदा है।
उसने बताया कि वह भारतीय एंबेसी का चक्कर लगा लगाकर थक चुका है लेकिन, उसे भारत आने का वीजा भी नहीं मिल पा रहा है। पीड़ित ने विडियो जारी कर केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है कि उसे देश बुला लिया जाए। ग्रामीणों ने बताया कि वह परिवार का एकमात्र कमाउ सदस्य है। ठगी का शिकार होने के कारण परिवार फाकाकसी की जिंदगी जीने को मजबूर है। वहीं परिवार के अन्य सदस्यों का भी रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है।
पीड़ित मजदूर के पिता हारून शेख ने बताया कि उनका पुत्र आफताब सऊदी अरब में जाकर ठगी का शिकार हो गया। वह आठ महीने से सऊदी अरब के रियाद में नौकरी के लिए दर दर की ठोकर खा रहा है। नौकरी तो दूर की बात अब जिस कंपनी में काम के लिए गया वह कंपनी उसे भारत लौटने की भी अनुमति नहीं दे रहा है। इस वजह से भारतीय दूतावास उसे भारत लौटने का वीजा भी नहीं दे रहा।