बिहार MLC चुनाव: एनडीए और महागठबंधन के 8 प्रत्याशी सोमवार को करेंगे नामांकन
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री मंगल पांडेय, मंत्री संतोष सुमन समेत एनडीए एवं महागठबंधन के पांच नेता फिर से एमएलसी बनने जा रहे हैं। चुनाव के लिए नामांकन का सोमवार को आखिरी दिन है।
बिहार विधान परिषद में विधानसभा कोटे की 11 सीटों के लिए चुनाव को लेकर बीजेपी के तीन, आरजेडी एवं भाकपा माले के पांच उम्मीदवार सोमवार को नामांकन दाखिल करेंगे। बीजेपी ने विधान परिषद के लिए मंगल पांडेय, अनामिका सिंह एवं लाल मोहन गुप्ता को प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं, आरजेडी ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व मंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी, प्रदेश राजद प्रवक्ता डॉ. उर्मिला ठाकुर एवं पार्टी के कार्यकारिणी सदस्य फैसल अली को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, सीपीआई माले से शशि यादव उम्मीदवार बनाया है। नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को ये सभी आठ प्रत्याशी अपना पर्चा दाखिल करेंगे।
जेडीयू से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं खालिद अनवर पहले ही अपना नामांकन पत्र दाखिल कर चुके हैं। हम के संतोष कुमार सुमन ने भी नामांकन कर लिया है। सभी 11 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया 11 मार्च को ही खत्म हो जाएगी। 12 को नामांकन पत्रों की जांच होगी। जबकि 14 मार्च को प्रत्याशियों के नाम वापस लेने की अंतिम तिथि निर्धारित है। कुल 11 सीटों के लिए 11 प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में रहे तो सभी को निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र 14 मार्च को ही जारी कर दिया जाएगा। चुनाव की स्थिति में 21 मार्च को मतदान और उसी दिन वोटों की गिनती कर चुनाव परिणाम जारी करने का शिड्यूल तय है।
11 में छह पुराने, पांच पहली बार बनेंगे एमएलसी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधान परिषद में नेता विरोधी दल राबड़ी देवी, जेडीयू के खालिद अनवर एवं बीजेपी के मंगल पांडेय एवं हम के संतोष कुमार सुमन पुन: विधान परिषद की सदस्यता ग्रहण करेंगे। अब्दुलबारी सिद्दीकी भी लंबे अर्से के बाद दोबारा एमएलसी बनने जा रहे हैं। वहीं बीजेपी से अनामिका सिंह एवं लाल मोहन गुप्ता, आरजेडी से उर्मिला ठाकुर तथा फैसल अली और माले नेत्री शशि यादव विधान परिषद में नए चेहरे होंगे। ये सभी पहली बार एमएलसी बनने जा रहे हैं।
ये सदस्य सदन में नही आएंगे नजर
जिन ग्यारह सदस्यों के कार्यकाल पूरा होने पर यह चुनाव हो रहा है, उसमें से पांच तो फिर से आ रहे हैं लेकिन छह सदस्य ऐसे हैं जो छह मई के बाद एमएलसी नहीं रह जाएंगे। ऐसे नेताओं में आरजेडी नेता डॉ. रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्र, जेडीयू के संजय कुमार झा एवं राम ईश्वर महतो, भाजपा के संजय पासवान, सैयद शाहनवाज हुसैन शामिल हैं। संजय झा विधान परिषद से इस्तीफा देकर पहले ही राज्यसभा सदस्य बन चुके हैं, वहीं सैयद शाहनवाज हुसैन के लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है।