बिहारः ओलंपिक, कॉमनवेल्थ या एशियन गेम्स में मेडल जीतने पर सीधे एसडीओ और डीएसपी बनाएगी सरकार
ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक, रजत पदक या कांस्य पदक विजेता अथवा एशियन गेम्स कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक जीतने वाले को ग्रुप बी रैंक की नौकरी दी जाएगी। सरकार ने दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी योजना बनाई है।
खेल के क्षेत्र में अपने बेहतरीन प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के लिए बिहार सरकार ने बड़ा फैसला किया है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले खिलाड़ी अब सीधे अवसर बनेंगे। उन्हें राज्य सरकार पदक जीतने के आधार पर ऑफिसर की नौकरी देगी। बिहार कैबिनेट ने शुक्रवार को इस पर मंजूरी की मुहर लगा दी।
ओलंपिक में भाग लेने पर भी इस सरकारी योजना का लाभ मिलेगा। हालांकि इन खिलाड़ियों को नियुक्ति के 5 सालों के अंदर संबंधित आवश्यक शैक्षणिक डिग्री प्राप्त करनी होगी। इसको लेकर राज्य कैबिनेट ने बिहार उत्कृष्ट खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति नियमावली, 2023 को मंजूरी दे दी है। इस नियमावली के अंतर्गत सीधे-सीधे एसडीओ, डीएसपी समकक्ष पद पर विजेता खिलाड़ी बहाल हो सकेंगे। मालूम हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पाटलिपुत्र खेल परिसर मैं 9 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के उद्घाटन में इसकी घोषणा की थी। शुक्रवार को कैबिनेट ने इस पर मुहर लगा दी।।
ओलंपिक और एशियन गेम्स में पदक पर कैसी नौकरी
ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक, रजत पदक या कांस्य पदक विजेता अथवा एशियन गेम्स कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक जीतने वाले को ग्रुप बी रैंक की नौकरी दी जाएगी। इन्हें पे बैंड 9300-34800, ग्रेड पे 5400 मिलेगा। ओलंपिक खेलों में भाग लेने अथवा एशियन गेम्स- कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक, कांस्य पदक विजेता को पे बैंड 9300-34800 ग्रेड पे 4600 की नौकरी मिलेगी।
नेशनल पर कैसी नियुक्ति
एशियन गेम्स-कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेने अथवा नेशनल गेम्स-सीनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, रजत पदक विजेताओं को पे बैंड 9300-34800 ग्रेड पे 4200 की नौकरी दी जाएगी। नेशनल गेम्स-सीनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक विजेता अथवा जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में स्वर्ण कांस्य पदक विजेता को पे बैंड 5200-20200, ग्रेड पे 1800 से 19 सौ की नौकरी मिलेगी। दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी यही अहर्ता प्रभावी होगी।