बिहार: कोरोना टेस्ट के लिए 500 से अधिक मेडिकल टीमें गठित, 24 घंटे में 1 लाख 6 हजार 55 सैंपलों की हुई जांच
कोरोना महामारी की दूसरी लहर को नियंत्रित करने को लेकर पूरे राज्य में मंगलवार से अभियान शुरू कर दिया गया। राज्य में कोरोना की जांच को लेकर 533 मेडिकल टीमें गठित की गई हैं। इसकी मदद से सघन जांच अभियान...
कोरोना महामारी की दूसरी लहर को नियंत्रित करने को लेकर पूरे राज्य में मंगलवार से अभियान शुरू कर दिया गया। राज्य में कोरोना की जांच को लेकर 533 मेडिकल टीमें गठित की गई हैं। इसकी मदद से सघन जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत पिछले 24 घंटे के अंदर 1 लाख 06 हजार 55 सैंपलों की जांच की गयी।
स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी जिलों में कोरोना जांच को लेकर पूर्व से सक्रिय मेडिकल टीमों को अलर्ट किया गया है, ताकि कोरोना के संक्रमित मरीजों की तत्काल जांच कर उनके संपर्कों की तलाश की जा सके और उन्हें इलाज की सुविधा मुहैया करायी जा सके।
बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व बाजारों को लक्ष्य कर हुई जांच
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोरोना के मरीजों की जांच को लेकर बस स्टैंड, ऑटो स्टैंड, रेलवे स्टेशन व हाट-बाजारों को लक्ष्य कर जांच की गयी। इन स्थानों से सैंपल एकत्र कर एंटीजन टेस्ट किया गया। इसके लिए सभी प्रखंडों में सघन जांच अभियान चलाया गया। वहीं, सभी जिलों के सिविल सर्जनों को जांच की संख्या में बढ़ोतरी करने को लेकर आशा कार्यकर्ता के माध्यम से सुदूर ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमितों के संपर्कों की तलाश की जिम्मेदारी देने को कहा गया।
412 कोरोना संक्रमितों की हुई पहचान, संपर्कों की बनायी गयी सूची
विभाग के अनुसार राज्य में चलाए गए कोरोना जांच अभियान के तहत 412 नये कोरोना संक्रमितों की पहचान की गयी और उनके निकट संपर्कों की सूची बनायी गयी। इनमें वे मरीज भी शामिल हैं जो स्वेच्छा से पीएचसी व अन्य अस्पतालों में जांच के लिए पहुंचे और कोरोना संक्रमित पाए गए।
कोविड केयर सेंटर में मेडिकल टीम हुई सक्रिय
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोरोना नियंत्रण को लेकर कोविड केयर सेंटर में भी जिला सिविल सर्जनों द्वारा मेडिकल टीम को सक्रिय कर दिया गया। जिलों में पूर्व से व्यवस्थित कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित बेडों की व्यवस्था की समीक्षा की गयी। वहीं, सरकारी अस्पतालों में पहुंचने वाले मरीजों की भी कोरोना की जांच की गयी।