गांधी मैदान में कल 27 जिलों से 25 हजार शिक्षक पहुंचेंगे, सीएम नीतीश देंगे नियुक्ति पत्र
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में 25 हजार नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देंगे। राज्य के 27 जिलों से 25 हजार शिक्षक 602 बसों से पटना के गांधी मैदान पहुंचेंगे।
बिहार के एक लाख 20 हजार 336 नए शिक्षकों को गुरुवार को औपबंधिक नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। इनमें से 25 हजार शिक्षक पटना के गांधी मैदान में आएंगे, जहां मुख्यमंत्री के द्वारा इन्हें नियुक्तिपत्र सौंपा जाएगा। वहीं, अन्य को उनके जिले में ही नियुक्तिपत्र दिए जाएंगे। शिक्षा विभाग ने नियुक्ति पत्र वितरण करने की तैयारी पूरी कर ली है। राज्य के 27 जिलों से 25 हजार शिक्षक 602 बसों से पटना के गांधी मैदान पहुंचेंगे। शिक्षकों को निर्देश है कि अपराह्न दो बजे तक गांधी मैदान में अपनी जगह पर बैठ जाएंगे। मुख्यमंत्री तीन बजे गांधी मैदान पहुंचेंगे।
जानकारी के अनुसार तीन प्रमंडलों भागलपुर, पूर्णिया और सहरसा के अंतर्गत आने वाले जिलों के शिक्षक पटना के गांधी मैदान नहीं आएंगे। इन 11 जिलों के सभी शिक्षकों को उनके जिले में आयोजित कार्यक्रम में नियुक्तिपत्र सौंपा जाएगा। वहीं, पटना, नालंदा और वैशाली जिले के सभी सफल शिक्षक पटना पहुंचेंगे। शेष जिलों के चिन्हित शिक्षकों को बसों से लाया जाएगा। इन शिक्षकों की काउंसिलिंग के बाद ओरिएंटेशन कोर्स कराया जा चुका है। अब औपबंधिक नियुक्ति पत्र देने के एक दिन बाद चार नवंबर से चरणवार नए शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू कर दिया जाएगा। 15 दिनों का पूर्ण आवासीय प्रशिक्षण इन शिक्षकों का होगा।
किस प्रमंडल से कितनी बसों से आएंगे शिक्षक
पटना : 184 बसों से 8500 शिक्षक, मगध : 69 बसों से 2700, मुंगेर : 54 बसों से 1900, दरभंगा : 88 बसों से 3500, तिरहुत : 151 बसों से 6000 तथा सारण प्रमंडल के 57 बसों से 2400 शिक्षक आएंगे गांधी मैदान।
इन जिलों के शिक्षक गांधी मैदान आएंगे :
पटना, नालंदा, भोजपुर, बक्सर, रोहतास, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, नवादा, शेखपुरा, जमुई, लखीसराय, मुंगेर, बेगूसराय, खगड़िया, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, पूर्वी चंपारण, वैशाली, सारण, गोपालगंज और सीवान।
30 हजार बिहारी युवाओं की नियुक्ति कर रही बिहार सरकार : सुशील मोदी
वहीं दूसरी ओर भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि शिक्षकों के एक लाख 70 हजार पद रहते हुए राज्य सरकार बमुश्किल 30 हजार बिहारी युवाओं को नयी नियुक्ति देने जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 9 से 12 कक्षा के लिए आवेदन ही अपेक्षा से 40 हजार कम आये। फिर मात्र 1.22 लाख अभ्यर्थियों के पास होने से 48 हजार पद खाली रह गए। 10 हजार उत्तीर्ण लोगों ने बिहार सरकार की नौकरी स्वीकार नहीं कर खाली रह जाने वाले पदों की संख्या 60 हजार के करीब पहुंचा दी।