बिहार में आयुष्मान भारत योजना को रफ्तार देंगे आरोग्य मित्र, अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में जल्द होगी नियुक्ति
बिहार में आयुष्मान योजना में लाभार्थियों को उचित लाभ उपलब्ध करवाने और योजना को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सूबे के अनुमंडल और रेफरल अस्पतालों में आरोग्य मित्रों की जल्द ही बहाली की जाएगी।
बिहार के सभी अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में भी प्रधानमंत्री जन आरोग्य-आयुष्मान भारत योजना के तहत आरोग्य मित्र बहाल किए जाएंगे। वर्तमान में सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं सभी जिला अस्पतालों में आरोग्य मित्र की तैनाती कर दी गई है। अगले चरण में अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में आरोग्य मित्र की तैनाती होने के बाद इस योजना के क्रियान्वयन में और भी तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में आरोग्य मित्र की तैनाती का उद्देश्य आयुष्मान भारत योजना के अधिक से अधिक लाभार्थियों को सुविधाओं का लाभ प्रदान करना है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों में योजनाओं के क्रियान्वयन को बेहतर तरीके से किए जाने को लेकर इससे मदद मिलेगी।
सूबे में करीब 250 आरोग्य मित्र बहाल होंगे। राज्य के मेडिकल कॉलेज अस्पताल व जिला अस्पतालों में अभी दो सौ आरोग्य मित्र तैनात हैं। इनके अतिरिक्त अनुमंडल एवं रेफरल अस्पतालों में करीब ढाई सौ आरोग्य मित्र बहाल होंगे। इनकी बहाली राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए), केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा चयनित बेनिफिशयरी फैसलिटेशन एजेंसी के माध्यम से होगी।
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बिहार में आयुष्मान भारत के तहत 1 करोड़ 8 लाख परिवार लाभार्थी हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों से एक करोड़ और शहरी क्षेत्रों में 8 लाख से अधिक परिवार शामिल हैं। लाभार्थी परिवारों का चयन सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना 2011 में निर्धारित पात्रता के आधार पर किया गया है। बिहार में इस योजना का क्रियान्वयन 23 सितंबर 2018 से किया जा रहा है। योजना के तहत पात्र लाभार्थी परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा निशुल्क मिलती है। इस योजना पर केंद्र व राज्य सरकार 60:40 के अनुपात से राशि खर्च करती है।