श्रावणी मेलाः बाबा गरीबनाथ धाम में दूसरी सोमवारी पर उमड़े तिगुने श्रद्धालु, 4 घंटे पहले शुरू हुआ जलाभिषेक
पहलेजा से गंगाजल लेकर लंबी दूरी तय करने का थकान बाबा के दरबार में पहुंचते ही उत्साह में बदल गया। प्रधान पुजारी विनय पाठक ने कहा कि भीड़ को देखते हुए रात आठ बजे से ही जलाभिषेक शुरू करा दिया गया।
आज सावन की दूसरी सोमवारी है। इस अवसर पर बोल बम के जयकारों से बिहार का मुजफ्फरपुर शहर गूंज रहा है। हर तरफ से भोले के भक्तों का जत्था बाबा गरीबनाथ मंदिर की ओर झूमते-नाचते बढ़ रहा है। इस दौरान रंग-बिरंगे फूलों से सजे व रोशनी से जगमग करते मंदिर प्रांगण की अद्भुत छंटा देखते बन रही है। पहली सोमवारी की तुलना में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या तीन गुनी है।
रविवार की शाम बाबा गरीबनाथ की आरती व शृंगार के बाद मंदिर का पट खुला। श्रद्धालुओं का हुजूम बाबा के दर्शन के लिए उमड़ पड़ा। पिछली सोमवारी के मुकाबले दूसरी सोमवारी पर तिगुने श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया। देर रात तीन बजे तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अरघा से जलाभिषेक किया। इनमें रात 12 बजे से डाक बम भी पहुंचने लगे थे। मंदिर से लेकर छोटी कल्याणी तक करीब डेढ़ किमी में कांवरियों की कतार लगी थी। इस दौरान मंदिर के पास भीड़ बेकाबू होती रही। साहू रोड में कतार आगे नहीं बढ़ पा रही है। इसे संभालने में पुलिसकर्मियों व स्वयंसेवकों को मशक्कत करनी पड़ी।
इससे पहले पहलेजा से गंगाजल लेकर लंबी दूरी तय करने का थकान बाबा के दरबार में पहुंचते ही उत्साह में बदल गया। मंदिर प्रबंधन के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों का अनुमान है कि इस बार डेढ़ लाख से अधिक कांवरिया जलाभिषेक करेंगे। प्रधान पुजारी पं. विनय पाठक ने बताया कि कांवरियों की भीड़ को देखते हुए रात आठ बजे से ही जलाभिषेक के लिए मंदिर को खोल दिया गया था।
25 हजार डाकबम पहलेजा से चले
सावन की दूसरी सोमवारी पर जलाभिषेक के लिए रविवार को 25 हजार डाक बम पहलेजा घाट से जल लेकर बाबा गरीबनाथ मंदिर के लिए चले। सोनपुर के राजस्व पदाधिकारी विश्वजीत सिंह ने बताया कि मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की ओर से 11 हजार हैंड बैंड उपलब्ध कराया गया था, मगर संख्या 25 हजार पार कर गई। 11 हजार हैंड बैंड लगाने के बाद वंचित डाक बम को मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन हैंड बैंड उपलब्ध कराएगा। पहलेजा घाट में कंट्रोल रूम बनाया गया है।
प्रसाद दुकानों की जांच, लिये नमूने
जिला खाद्य संरक्षा पदाधिकारी सुदामा चौधरी ने रविवार को फकुली में एक मिठाई दुकान से बासी जलेबी फेंकवा दी। वहां की कई प्रसाद दुकानों की जांच की और गड़बड़ी पर कार्रवाई की। खाद्य संरक्षा पदाधिकारी ने बताया कि सकरी सरैया के एक स्वीट्स हाउस से पेड़ा व लड्डू के नमूने लिए गए। वहां पर लाइसेंस नहीं मिला। साफ-सफाई की जांच की।
गेरुआ रंग में रंग गई टेंट सिटी
दूसरी सोमवारी से ठीक पहले रविवार की शाम 6 बजे तक रामदयालु नगर में आरडीएस कॉलेज स्थित टेंट सिटी कांवरियों की भीड़ से भर गया। टेंट के बाहर कॉलेज परिसर में भी चारों तरफ गेरुआ वस्त्रत्त्धारी कांवरिया ही कांवरिया नजर आ रहे थे।
टेंट सिटी के अंदर रोशनी, पंखा से लेकर बिछावन-तकिया तक का इंतजाम है। यहां दोपहर बाद से ही भीड़ बढ़ने लगी। शाम 7 बजे तक टेंट सिटी के अंदर लगाए गए सभी 200 खाट पूरी तरह भर चुके थे। पर्यटन विभाग द्वारा कॉलेज के विशाल मैदान में टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है। इसे सोनपुर की एक कंपनी ने बनाया है। इसके अंदर कांवरियों के सोने-बैठने के लिए हर जरूरी इंतजाम का ख्याल रखा गया है।
कॉलेज के मेन गेट के पास ही मेडिकल शिविर लगाया गया है। इसमें डॉक्टरों के साथ अन्य मेडिकल स्टाफ की तैनाती की गई है।
रात आठ बजे से पहले गर्भगृह में जलार्पण
रविवार रात आठ बजे से पहले तक गरीबनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगभग 30 हजार श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। मंदिर प्रशासन की ओर से सुबह से ही माईक से घोषणा की जा रही थी कि अगर गर्भगृह में जाकर जलाभिषेक करना हो तो पहले ही कर लें। रात में आठ बजे से भीड़ बढ़ने पर अरघा से जलाभिषेक होगा।
रिमझिम बारिश ने आसान की राह
जलबोझी कर चले भक्तों के लिए रिमझिम बारिश ने राह आसान कर दी। जिले की सीमा फकुली से शहर तक कांवरियों की भीड़ रही। एनएच पर तुर्की, सकरी, मधौल, कफेन, कमतौल, बलिया, रजला से लेकर रामदयालु नगर तक देर रात तक कांवरियों का तांता लगा रहा।
चावल से बाबा गरीबनाथ का शृंगार
दूसरी सोमवारी पर बाबा गरीबनाथ का चावल से शृंगार किया गया। बाबा का शृंगार देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। पहली सोमवारी को बाबा का शृंगार गेंदा, अपराजिता, गुलाब व अन्य फूलों से किया गया था।