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जेपी नड्डा की जगह अमित शाह का मिथिला दौरा, 6 लोकसभा सीटों पर असर; बीजेपी की झंझारपुर रैली के मायने

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की 24 जून को झंझारपुर में रैली प्रस्तावित थी। मगर उनका बिहार दौरा स्थगित हो गया था। अब उनकी जगह अमित शाह यहां बीजेपी के सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

Jayesh Jetawat लाइव हिन्दुस्तान, पटनाWed, 6 Sep 2023 12:40 PM
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लोकसभा चुनाव 2024 में अब कुछ ही महीनों का वक्त बचा है और बीजेपी ने बिहार में अपना चुनावी अभियान तेज कर दिया है। इंडिया गठबंधन के खिलाफ एनडीए को मजबूत करने के लिए बीजेपी के बड़े नेता बिहार की अलग-अलग लोकसभा सीटों पर प्रवास कर रहे हैं। इसी के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस महीने मिथिला क्षेत्र का दौरा करेंगे। मधुबनी जिले के झंझारपुर में शाह की 16 सितंबर को रैली होनी है। पहले यहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आने का कार्यक्रम था। मगर 24 जून को किन्हीं कारणों से उनकी रैली स्थगित कर दी गई थी। अब उनकी जगह यहां शाह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ गरजेंगे।

झंझारपुर रैली के जरिए अमित शाह मिथिला क्षेत्र की करीब 6 लोकसभा सीटों को साधेंगे। इसमें झंझारपुर के अलावा मधुबनी, दरभंगा, मधेपुरा, सीतामढ़ी और सुपौल लोकसभा क्षेत्र शामिल हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिछले साल एनडीए छोड़कर महागठबंधन के साथ जाने के बाद बीजेपी ने अपनी रणनीति बदल दी। पार्टी ने राज्य की करीब एक दर्जन सीटें चिह्नित की हैं, जहां 2024 के चुनाव में उसे आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस एवं वाम दलों के गठबंधन से कड़ी टक्कर मिल सकती है। यहां पर पीएम नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह जैसे बीजेपी के बड़े नेताओं की रैलियां कराई जा रही हैं। 

बीजेपी ने अमित शाह की रैली के लिए झंझारपुर ही क्यों चुना?
झंझारपुर लोकसभा मिथिला क्षेत्र की अहम सीट मानी जाती है। बीजेपी ने जिन एक दर्जन सीटों को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए चुनौती भरा माना है उसमें झंझारपुर भी शामिल है। 2019 के जनरल इलेक्शन में यह सीट बीजेपी ने अपनी सहयोगी रही जेडीयू को लड़ने के लिए दी थी। मगर नीतीश के महागठबंधन में जाने के बाद यहां समीकरण बदल गए हैं। जेडीयू के रामप्रीत मंडल ने यहां आरजेडी को हराकर पिछला चुनाव जीता था। अब आरजेडी और जेडीयू के साथ आने से झंझारपुर में बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सकती है।

झंझारपुर लोकसभा सीट पर यादव और मुस्लिम वोटर्स निर्णायक भूमिका में हैं। इसके अलावा अति पिछड़ा और दलित वोट भी किसी भी पार्टी की जीत-हार में अहम भूमिका निभाते हैं। बीजेपी इंडिया गठबंधन के मुस्लिम-यादव-अति पिछड़ा समीकरण के मुकाबले विकास एवं राष्ट्रवाद के मुद्दे पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रही है। अमित शाह की 16 सितंबर को होने वाली रैली में इसकी झलक देखने को मिलेगी।

अमित शाह साधेंगे 6 लोकसभा सीटें
झंझारपुर में बीजेपी की रैली से गृह मंत्री अमित शाह मिथिला क्षेत्र की करीब आधा दर्जन लोकसभा सीटों को साधेंगे। इसमें मधुबनी, दरभंगा, मधेपुरा, सीतामढ़ी और सुपौल भी शामिल हैं। इन 6 में से 2 पर ही अभी बीजेपी के सांसद हैं। बाकी चार पर जेडीयू का कब्जा है। 

जेपी नड्डा की झंझारपुर रैली हुई थी स्थगित
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की 24 जून को झंझारपुर में रैली प्रस्तावित थी। प्रदेश संगठन इसकी तैयारियों में भी जुट गया था। मगर किन्हीं कारणों से उनका बिहार दौरा स्थगित हो गया था। पार्टी की ओर से कहा गया था कि निकट भविष्य में नड्डा की झंझारपुर में रैली करवाई जाएगी। हालांकि, अब उनकी जगह अमित शाह यहां बीजेपी के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। क्षेत्र के बीजेपी नेताओं का जोश फिर से हाई हो गया है।

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