STET-2019 में धांधली का आरोप, पटना में शिक्षक अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन, BSEC ऑफिस का गेट तोड़ा
एसटीईटी 2019 में व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को भोजपुर, गया, नालन्दा और पटना के सैंकड़ों शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना में प्रदर्शन किया। शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक बहाली में...
एसटीईटी 2019 में व्यापक धांधली का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को भोजपुर, गया, नालन्दा और पटना के सैंकड़ों शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना में प्रदर्शन किया। शिक्षक अभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक बहाली में मेरिट लिस्ट की आड़ में हो रही धांधली का विरोध कर रहे थे। सभी एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की तत्काल बहाली की मांग कर रहे थे। प्रशासन के उदासीन रवैये ने उन्हें और आक्रोशित कर दिया, फलस्वरूप उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति कार्यालय के मेन गेट को तोड़ डाला और घंटों जमकर नारेबाजी की। बाद में जिला प्रशासन आया और माले विधायक मनोज मंजिल व संदीप सौरभ के हस्तेक्षप के बाद शिक्षा मंत्री से वार्ता का समय निर्धारित हुआ।
प्रदर्शनकरियों को संबोधित करते हुए मनोज मंजिल ने कहा कि जब 37 हजार बहालियों के विरुद्ध महज 30599 अभ्यर्थी ही क्वालिफाइड हुए हैं, तब फिर व्यापक पैमाने पर अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट की आड़ में बाहर कैसे कर दिया गया। हमारी मांग है कि सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का नियोजन हो। यदि सरकार नहीं मानती है तो वह व्यापक आंदोलन झेलने को तैयार रहे। संदीप सौरभ ने कहा कि परिणाम में बड़ा घोटाला सामने आ चुका है। सरकार को इसे अविलंब ठीक करना होगा। शिक्षकों के पद यूं ही खाली पड़े हुए हैं, इसलिए अविलंब सभी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मेरिट लिस्ट में जगह मिले और उनकी नियुक्ति सुनिश्चित की जाए।
अभ्यर्थियों ने कोटिवार व विषयवार सभी अर्हता हासिल अभ्यर्थियों की लिस्ट भी सार्वजनिक करने की मांग की। कहा कि जब शिक्षा मंत्री, शिक्षा मंत्रालय के प्रधान सचिव ने यह कहा था कि सभी सफल अभ्यर्थियों की नौकरी पक्की मानी जाए, तो अब वे हमारे जीवन के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हैं।