सातवें चरण में बिहार के 50 कैंडिडेट करोड़पति, रविशंकर प्रसाद सबसे अमीर; पवन सिंह तीसरे नंबर पर
लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में बिहार में करोड़पति उम्मीदवारों की भरमार है। आठ सीटों पर चुनाव लड़ रहे विभिन्न पार्टियों के 50 कैंडिडेट के पास एक करोड़ से संपत्ति है। इनमें कुछ निर्दलीय भी शामिल हैं।
बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण का चुनावी अखाड़ा करोड़पतियों से सजा है। इस चरण की 8 सीटों पर 37 फीसदी यानी 50 उम्मीदवार करोड़पति हैं। कुल 134 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनकी औसत संपत्ति 2.50 करोड़ रुपये है। पटना साहिब से बीजेपी प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद सबसे अमीर हैं। वहीं, काराकाट से निर्दलीय लड़ रहे भोजपुरी स्टार इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं। सबसे गरीब उम्मीदवार आरा लोकसभा सीट से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के प्रत्याशी नागेश्वर प्रसाद हैं।
सातवें चरण में बीजेपी, आरजेडी, कांग्रेस, जेडीयू, एआईएमआईएम और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सभी उम्मीदवार करोड़पति हैं। बीजेपी के 5, आरजेडी के 3, कांग्रेस के 2, जेडीयू के 2, AIMIM के 2 एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के 1 उम्मीदवार इस चरण के चुनावी मैदान में हैं। वहीं, भाकपा माले के 3 में 1 और बसपा के 8 में 7 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनके अतिरिक्त अन्य निबंधित दलों के उम्मीदवार भी करोड़पति हैं। आठ सीटों पर कुल 42 निर्दलीयों में 16 यानी 38 फीसदी उम्मीदवार करोड़पति हैं। बुधवार को एडीआर एवं बिहार इलेक्शन वाच द्वारा सातवें चरण के सभी 134 उम्मीदवारों के शपथ पत्र के विश्लेषण के बाद जारी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई।
रविशंकर प्रसाद सबसे अमीर, पवन सिंह तीसरे नंबर पर
एडीआर के अनुसार सातवें चरण के उम्मीदवारों में भाजपा के पटना साहिब से उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद के पास सर्वाधिक 40 करोड़ 60 लाख 98 हजार 345 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। दूसरे स्थान पर पटना साहिब से ही बसपा प्रत्याशी नीरज कुमार के पास 23 करोड़ 61 लाख 70 हजार 405 रुपये की चल-अचल संपत्ति है। तीसरे स्थान पर काराकाट संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह के पास 16 करोड़ 75 लाख 43 हजार 819 रुपये की चल-अचल संपत्ति है।
नागेश्वर के पास के पास सबसे कम संपत्ति
पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) प्रत्याशी नागेश्वर प्रसाद के पास सबसे कम 6900 रुपये की चल-अचल संपत्ति हैं। वहीं, आरा संसदीय क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार सिंह के पास मात्र 15,000 रुपये और नालंदा संसदीय क्षेत्र से संयुक्त किसान विकास पार्टी के उम्मीदवार सुधीर कुमार के पास 50,500 रुपये की संपत्ति है।
22 फीसदी उम्मीदवारों पर अपराध तो 19 फीसदी पर गंभीर अपराध के मामले
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार सातवें चरण में 134 में 30 उम्मीदवारों (22 फीसदी) पर अपराध के मामले दर्ज हैं। वहीं, 26 उम्मीदवार (19 फीसदी) गंभीर अपराध के मामलों में आरोपी हैं। 10 उम्मीदवारों के ऊपर हत्या के प्रयास और 4 उम्मीदवारों पर महिलाओं के ऊपर अत्याचार के मामले दर्ज हैं। इन चार में एक उम्मीदवार पर महिला के खिलाफ जघन्य अपराध के आरोप हैं। रिपोर्ट के अनुसार 42 निर्दलीयों में 4, बसपा के 8 में 2, भाजपा के 5 में 2, राजद के 3 में 3, भाकपा माले के 3 में 1, एआईएमआईएम के 2 में 2, कांग्रेस के 2 में 1, राष्ट्रीय लोक मोर्चा 1 में 1 उम्मीदवार पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज हैं।
42 उम्मीदवार 25 से 40 साल के
इस चरण में 42 यानी करीब 31 प्रतिशत उम्मीदवार 25 से 40 साल के हैं। वहीं, 66 यानी 49 उम्मीदवारों की आयु 41 से 60 साल के बीच है। 25 उम्मीदवारों की उम्र 61 से 80 साल के बीच है। एक उम्मीदवार 83 साल के भी चुनाव मैदान में हैं।