बिहार के स्कूलों में खेल प्रतिभा खोजेगी सरकार, मशाल के जरिए मिलेगी 3 लाख की स्कॉलरशिप
बिहार के स्कूलों में फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, साइकिलिंग और एथलेक्टिस जैसे खेलों में प्रतिभावन बच्चों की खोज की जाएगी। राज्य स्तर पर चयनित होने वाले ऐसे विद्यार्थियों को सरकार की ओर से सालाना 3 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दी जाएगी।
बिहार के 40 हजार स्कूलों में खेल प्रतिभा खोज ‘मशाल’ का आयोजन किया जाएगा। इसी महीने की 28 तारीख से इसकी शुरुआत होगी जो 7 दिसंबर तक चलेगा। इसके तहत स्कूलों में पांच विधाओं में बच्चों की खेल प्रतिभा की पहचान के लिए प्रतियोगिता होगी। राज्यभर के सभी मिडिल और हाईस्कूलों में इसका आयोजन होगा। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रन शंकरण ने शुक्रवार तरंग कार्यक्रम के समापन समारोह में इसकी जानकारी दी। इन प्रतियोगिताओं के तहत जिन बच्चों का चयन होगा, उन्हें सालाना 3 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दी जाएगी।
शंकरण ने बताया कि खेल प्रतिभा में स्कूलों के लगभग 60 लाख बच्चे शामिल होंगे। प्रतियोगिता पांच स्तर पर होगी। विद्यालय स्तर से इसकी शुरुआत होगी। इसके बाद प्रखंड, जिला, प्रमंडल स्तरीय पर खेलों का आयोजन होगा। अंत में राज्य स्तरीय प्रतियोगिता होगी। चयनित बच्चों को ‘प्रेरणा’ योजना के तहत सालाना तीन लाख रुपये की खेल छात्रवृत्ति दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के तहत बच्चों के अंदर छिपी हुई खेल प्रतिभा को मंच मिलेगा। इससे बच्चे खेल के क्षेत्र में भी अपना करियर बनाने के बारे में सोच सकते हैं। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में जो बच्चे चुनकर आएंगे, उन्हें तीन लाख रुपये की स्कॉलरशिप मिलेगी जिसका इस्तेमाल वे खेल उपकरण खरीदने, पढ़ाई लिखाई, ट्रेनिंग आदि में खर्च कर सकेंगे। यह राशि उन्हें अपनी खेल प्रतिभा को और निखारने के लिए आर्थिक सहयोग के रूप में दी जाएगी। मशाल कार्यक्रम के तहत फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, साइकिलिंग और एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।