समस्तीपुर में निर्माणाधीन बख्तियारपुर-ताजपुर महासेतु का स्पैन धराशायी, लापरवाही पर पर्दा डालने की कोशिश
बख्तियारपुर- ताजपुर के बीच निर्माणाधीन गंगा महासेतु के दो पिलरों के बीच लगा स्पैन रविवार शाम को धराशायी हो गया। जिसके बाद निर्माण कंपनी के अधिकारियों और कर्मियों में हड़कंप मच गया। रात के अंधेरे में जेसीबी से स्पैन के मलबे को मिट्टी में दबाकर साक्ष्य मिटाने में जुट गए।
समस्तीपुर में बख्तियारपुर- ताजपुर के बीच निर्माणाधीन गंगा महासेतु के संपर्क पथ में नंदनी लगुनिया रेलवे स्टेशन के उत्तर में दो पिलरों के बीच लगाया गया स्पैन रविवार शाम गिरकर धराशायी हो गया। इसके कारण पुल निर्माण करने वाली नवयुगा इंजीनियरिंग कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों में अफरातफरी मच गई है। रात के अंधेरे में लाइट जलाकर कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी जेसीबी की मदद से धराशायी स्पैन के मलबे को मिट्टी के अंदर दबाकर साक्ष्य को मिटाने में जुटे हुए हैं।
मालूम हो कि शाहपुर पटोरी और मोहिउद्दीन नगर के बीच नंदिनी लगुनिया रेलवे स्टेशन के समीप रेल लाइन के ऊपर इस महासेतु के संपर्क पथ का निर्माण हो रहा है। कुछ माह पूर्व इनके पिलरों पर स्पैन चढ़ाए गए थे। रविवार की शाम रेल लाइन के उत्तरी हिस्से में दो पिलरों पर अवस्थित यह स्पैन गिरकर धराशायी हो गया। इससे पुल की गुणवत्ता पर भी सवालिया निशान लग गया है।
आपको बता दें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2011 में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में बख्तियारपुर - ताजपुर गंगा महासेतु की आधारशिला रखी थी। लगभग 45 किलोमीटर लंबे संपर्क पथ एवं 5.575 किलोमीटर लंबे नदी पुल के निर्माण में कुल 1603 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। अब तक पुल का लगभग 60 फीसदी काम ही पूरा हो पाया है। जिसमें लगभग 1000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जा चुके हैं। इस पुल का निर्माण वर्ष 2016 में ही हो जाना था। लेकिन वर्ष 2024 में भी यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। महासेतु के निर्माण में 307.50 करोड़ रूपए राज्य सरकार द्वारा और 277.50 करोड रुपए केंद्र सरकार द्वारा खर्च किए जाने हैं।