जिले में जर्जर पुल-पुलिया के ध्वस्त्त होने के बाद नींद से जगा विभाग
सीवान में मानसून की पहली बारिश के दौरान गंडकी नदी पर बने तीन पुलों के ध्वस्त होने के साथ ही पिछले दस दिनों में चार पुलों का ढहना हुआ है। विभाग ने जर्जर पुलों की मरम्मत और नए पुलों के निर्माण की...
सीवान, हिन्दुस्तान संवाददाता। मानसून की पहली बारिश में ही जिले में गंडकी नदी पर बने तीन पुलों के घ्वस्त होने समेत दस दिनों के अंदर चार पुलों के ध्वस्त होने के बाद भी विभाग जर्जर पुल-पुलिया के निर्माण के प्रति सतर्कता बरत रहा है। बताया जा रहा कि जर्जर पुल-पुलिया के ध्वस्त्त होने के बाद विभाग नींद से जगा और ऐसे पुल-पुलिया की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मरम्मति करा रहा या फिर नए सिरे से निर्माण कार्य। महाराजगंज प्रखंड के देवरिया पंचायत में ध्वस्त व क्षतिग्रस्त पुल-पुलिया की जगह नए पुल का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। बताते हैं कि इनमें से दो पुल निर्माण में पाइलिंग का काम पूरा हो चुका है, दो से तीन माह में निर्माण कार्य पूरा हो जायेगा, वहीं, ध्वस्त हो चुके महाराजगंज के तेवथा पंचायत के नौतन व सिकंदरपुर को जोड़ने वाले पुल पर अब नए पुल का निर्माण कराया जाना है। इसकी विभागीय प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसी क्रम में पथ निर्माण विभाग ने जर्जर छह पुल-पुलिया में चार की मरम्मति का कार्य पूरा कर लिया है। यहां संकेत लगाने के साथ ही भार वाहन क्षमता का बोर्ड भी लगा दिया गया है। पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि जर्जर शेष दो पुल-पुलिया की मरम्मति का कार्य चल रहा है। करीब 26 करोड़ की लागत से सीवान आंदर रोड, जीरादेई-नरेन्द्रपुर रोड, पचरुखी-हरिहरपुर-लालगढ़ रोड, सीवान-पैगम्बरपुर रोड, दरौंदा-महाराजगंज रोड, महाराजगंज-तरवारा रोड, चोरौली-बड़कागांव-नगौली-सिपाह-बसंतपुर रोड में जर्जर-पुल-पुलिया की मरम्मत का कार्य प्रस्तावित है। दूसरी तरफ, बारिश के दिनों में आए दिन ध्वस्त हो रहे निर्माणाधीन व जर्जर पुलों को सर्वे कराने की जिम्मेदारी दी गई है। सर्वे की जिम्मेदारी सीवान के ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण व सारण नहर प्रमंडल को दी गई है। बताते हैं कि जिला प्रशासन, सर्वे की रिपोर्ट मिलने के बाद इनकी मरम्मत करायेगा। अलग-अलग विभागों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सर्वे के क्रम में जो पुलिया जर्जर या क्षतिग्रस्त पाई जाती है, उसका नए सिरे से निर्माण कार्य कराया जाएगा। महाराजगंज में नए पुलों का निर्माण कार्य जोरों पर महाराजगंज प्रखंड के देवरिया पंचायत के पराईन टोला में, टेघड़ा पंचायत के टेघड़ा में व तेवथा पंचायत के सिकंदरपुर में पुल ध्वस्त होने व क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। ध्वस्त व क्षतिग्रस्त पुल पुलिया की जगह नए पुल का निर्माण शुरू किया गया है। विभागीय जानकारी के अनुसार टेघड़ा पंचायत के टेघड़ा में ध्वस्त पुल की जगह पुल निर्माण का कार्य प्रगति पर है। पुल निर्माण को ले पाइलिंग का काम पूरा करा लिया गया है। अगले दो से तीन महीने में पुल का निर्माण भी पूरा हो जाएगा। उसी तरह प्रखंड के देवरिया पंचायत के पराइन टोला में ध्वस्त पुल की जगह नए पुल के निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। मुखिया आलोक कुमार सिंह ने बताया कि पुल के पाइलिंग का काम पूरा कर लिया गया है। अगले 3 महीनों में पुल निर्माण कर लिया जायेगा। तेवथा पंचायत के नौतन व सिकंदरपुर को जोड़ने वाले पुल के ध्वस्त होने के बाद आम लोगों की सुविधा को देखते हुए क्षतिग्रस्त पुल की जगह नए पुल का निर्माण कार्य शुरू होने की प्रक्रिया में है। भगवानपुर में कई पुल- पुलिया की हालत जर्जर भगवानपुर। प्रखंड क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर बने कई पुल- पुलिया की हालत जर्जर है। इससे हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। जर्जर पुल हमेशा हादसे को दावत देते रहते हैं। थोड़ी से चूक हादसे का कारण बन जाती है। इन जर्जर पुल -पुलियों से वाहनों के गुजरते समय हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। थाना क्षेत्र के विमल चौक से जनता बाजार के बसहीं को जाने वाली सड़क पर पिपरहियां खरिया टोला के पास स्थित रामपुर वितरणी नहर के 95 आरडी पर करीब तीस वर्ष से अधिक समय पहले बनी यह पुलिया जर्जर हो चुकी है। इसके दोनों तरफ कोई रेलिंग नहीं है। पिछले सात मार्च को बिना रेलिंग के क्षतिग्रस्त पुलिया से एक बोलरो नीचे गिर गया था। हालांकि बोलेरो ड्राइवर व उसमें सवार अन्य लोग बाल-बाल बच गए थे। इसके दूसरे ही दिन आठ मार्च को एक बाइक चालक सारण जिले का एक युवक बाइक सहित पुलिया में गिरकर जख्मी हो गया था। स्थानीय लोगों के सहयोग कर दुर्घटनाग्रस्त लोगों का इलाज कराया पुलिया पर रेलिंग नहीं होने से जर्जर पुलिया से गिरने से आए दिन छोटी-बड़ी घटनाएं होती रहती हैं। उत्क्रमित हाई स्कूल पिपरहियां खरिया टोला में पढ़ने के लिए आसपास के गांवों के बच्चे इसी जर्जर पुलिया से होकर आते-जाते हैं। इससे इन बच्चों के साथ भी ऐसी घटना घटने की संभावना बनी रहती है। एकमा गंडक प्रमंडल के तहत आने वाले इस पुलिया के निर्माण के प्रति गंडक विभाग ध्यान नहीं दे रहा। इसी नहर पर विमल मोड़ के पास भगवानपुर - मोरा पथ पर बना पुल बिना रेलिंग का जर्जर पुल है। इस पुल से गिरने से कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। भगवानपुर - महाराजगंज पथ पर कोइरगांवा-पटेढ़ा सीमा पुराना क्षतिग्रस्त पुल भी हादसे को दावत दे रहा है।
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