अतिक्रमण की गिरफ्त में रीगा बाजार की सड़कें, जाम से हलकान रहते हैं लोग
रीगा के गांवों और बाजारों में अतिक्रमण की समस्या से लोग परेशान हैं। रीगा मिल चौक पर जाम की समस्या बढ़ गई है, जिससे खरीदारी करने में कठिनाई होती है। हाल ही में अतिक्रमण हटाने के प्रयास बेअसर रहे हैं।...
रीगा। अतिक्रमण को लेकर संपूर्ण प्रखंड के गांव एवं बाजार में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। खास कर रीगा मिल चौक की जाम की समस्या से लोग अधिक परेशान रहते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की कार्रवाई भी अब बेअसर हो रही है। कभी-कभी अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाए जाते हैं परंतु उसका असर बिल्कुल बेअसर रहा। हाल में ही प्रखंड क्षेत्र के सोनार गांव एवं बाजार पर जो रीगा-मेजरगंज मुख्य पथ में अतिक्रमण हटाओ की कार्रवाई हुई थी। परंतु कुछ दिनों बाद अतिक्रमणकारियो के द्वारा पुनः पूर्व के तरह अपने-अपने घर एवं दुकान बनाकर पूर्व की भांति ही कार्य कर रहें है। यह स्थिति पर्व-त्योहार के समय और विकराल हो जाती है। लोग खरीदारी को बाजार में आते हैं तो पूरा बाजार जाम की जद में रहता है। गाड़ी रेंगती रहती है। पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
रीगा द्वितीय पंचायत के मुखिया पति धीरज मंडल ने बताया कि कुछ दिनों पहले ही सड़क को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया, लेकिन स्थिति फिर पुन: मुसको भव: जैसी हो गयी है। पंचायत समिति प्रतिनिधि जवाहरण पूर्वे ने बताया कि सीतामढ़ी से रीगा, रीगा से सुप्पी-बैरगनिया व मेजरगंज जाने वाली सड़क जो अंतरराष्ट्रीय महत्व की सड़क है। इसके बावजूद यह जाम की जद में रहती है। पूर्व में पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. रंजीत कुमार के द्वारा रीगा मिल चौक पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था। अतिक्रमित जमीन को अतिक्रमणकारियों के चुंगल से मुक्त कराकर सड़क की जमीन को खाली कराई गई थी। परंतु समय बीतने के साथ ही अतिक्रमण कारियो द्वारा पुनः पूर्व की भांति अतिक्रमण फिर से कर लिया गया।
व्यवसाय होता है प्रभावित
दुकानदार चंदेश्वर पूर्वे ने बताया कि जाम की समस्या तो आम है। लेकिन पर्व-त्योहार के समय जाम लगने से व्यवसाय प्रभावित होता है। ग्रामीण क्षेत्र से लोग प्रखंड मुख्यालय में खरीदारी को आते है। लेकिन जाम की वजह से वे या तो अधूरी खरीदारी कर लौटते है या फिर सीतामढ़ी की ओर रूख कर लेते है। उधर, व्यवसायी अनिल साह व प्रमोद साह ने बताया कि अभी का जाम तो कुछ घंटो की मशक्कत के बाद हट जाता है। लेकिन पर्व-त्योहार के सयम का जाम तो हटाए नहीं हटता। जिससे बिक्री प्रभावित होती है। अंचलाधिकारी ममता कुमारी के बात किया सोनार बाजार के समीप अतिक्रमित जमीन को वरीय अधिकारी के निर्देश पर खाली कराया गया था। फिर से अतिक्रमित कर लिया गया। जिसकी सूचना स्थानीय थाना एवं विभाग को दे दिया गया है। मिल चौक पर अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया चल रही है।
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