आवारा कुत्तों का आतंक, आठ माह में तीन सौ लोगों को किया घायल
पुपरी में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ रहा है, जिससे लोग चलने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं। पिछले आठ महीनों में लगभग 300 लोग कुत्तों के काटने से जख्मी हुए हैं। नगर प्रशासन इस समस्या की अनदेखी कर रहा है,...
पुपरी। पुपरी में इनदिनों आवारा कुत्तों ने लोगों का चलना मुश्किल कर दिया है। कुत्तों के आतंक से पुपरी के लोग परेशान हैं। इंसानों से थोड़ी चूक होते ही कुत्ता हिंसक हो जाते हैं। इसके कारण कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिदिन चार से पांच लोग कुत्ता के काटने से जख्मी होकर पीएचसी पुपरी पहुंच रहे हैं। जबकि, आठ माह में करीब 300 लोग आवारा कुत्तों का शिकार बन चुके हैं। पुपरी में यह समस्या गंभीर होती जा रही है। मगर, नगर प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं गया है। इसका खामियाजा यह है कि सड़कों पर आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और आए दिन कुत्तें के आतंक के खौफ में लोग राह चलने को मजबूर बने हुए है। सूत्रों के मुताबिक पीएचसी पुपरी में जनवरी से माह सितंबर तक तीन सौ से अधिक लोगों को आवारा कुत्तों ने काटकर जख्मी बना चुके है। इसका इलाज पीएचसी में किया गया। डॉ. कुलदीप चौधरी ने बताया कि व्यक्ति को आवारा कुते ने काट लिया हो या फिर कुत्ते की मौत हो जाती है तो एंटी रेबीज का पांच डोज समय पर लेना अनिवार्य होता है। जबकि पालतू कुत्ता ने किसी को काट लिया है तो उसे तीन डोज लेने से काम चल जाएगा। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कफील अख्तर अंसारी ने बताया कि कुत्ते काटने की दवा एंटी रेबीज उपलब्ध है। इसे रोगियों को मुहैया कराई जा रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।