ड्राइवर नहीं तो स्कूल का डायरेक्टर दौड़ाने लगा टेंपो; अनियंत्रित होकर पलटा, दर्जनभर बच्चे घायल
पूर्वी चंपारण में स्कूल का टेंपो पलट जाने से एक दर्जन से ज्यादा बच्चे घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर के न होने के चलते स्कूल का डायरेक्टर ही गाड़ी चलाने लगा। जिसके चलते टेंपों पलट गया। और दर्जनों बच्चे घायल हो गए।
पूर्वी चंपारण के तुरकौलिया प्रखंड के निमुइआ स्थित एक निजी स्कूल का टेंपो मंगलवार को अनियंत्रित होकर पलट गया। इसमें दर्जनभर बच्चे घायल हो गए। हादसे में गंभीर रूप से घायल दो बच्चों आशिक राजा व पीयूष को इलाज के लिए मोतिहारी भेजा गया है। वहीं, कृष, आयुष, आदर्श, मिठू, मनीष आदि का निजी अस्पताल में इलाज कराने के बाद अभिभावक उन्हें घर ले गए। टेम्पो में 17 बच्चे सवार थे और ड्राइवर नहीं होने के कारण स्कूल का निदेशक कुमार संतोष बिहारी खुद चला रहा था। लोगों ने बताया कि निमुइया दलित बस्ती के पास टेंपो अनियंत्रित होकर पलट गया।
जिसके बाद अफरातफरी मच गई। टेम्पो में सवार बच्चे चिल्लाने लगे। आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और टेम्पो को उठाकर बच्चों को निकाला। इसके बाद सभी को पास के निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां से दो बच्चों को मोतिहारी रेफर कर दिया गया। मामले में स्कूल के निदेशक की पत्नी सह शिक्षिका खुशी कुमारी ने बताया कि टेंपो में करीब 17 बच्चे स्कूल आ रहे थे। चालक नहीं रहने से निदेशक खुद टेम्पो चला रहे थे।
वहीं, प्रत्यक्षदर्शिओ ने बताया कि टेंपो की स्पीड अधिक थी। क्षमता से बहुत ज्यादा बच्चे उसमें बैठे हुए थे। लोगों ने बताया कि जो व्यक्ति गाड़ी चला रहा था, वह हादसे के समय मोबाइल पर बात कर रहा था। इसी दौरान सड़क किनारे गाड़ी पलट गई।
बताया जाता है का स्कूल का कोई निबंधन भी नहीं है। वहीं इस मामले पर पूर्वी चंपारण के डीएम सौरभ जोरवाल ने कहा कि मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गयी है। ऐसी घटना दुखद है। नौनिहालों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं की सकती है।