कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में सीट से कम नामांकन
पूसा में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में आवासीय शिक्षा व्यवस्था कमजोर हो गई है। एक सौ सीटों में केवल 25 से 30 छात्राओं का नामांकन हुआ है। सुविधाओं की कमी और पठन-पाठन की व्यवस्था में खामी के कारण...
पूसा, निज संवाददाता। जवाहर नवोदय विद्यालय की तर्ज पर गरीब छात्राओं को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रखंड स्तर पर शुरू की गई कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में आवासीय शिक्षा व्यवस्था दम तोड़ रही है। सुविधा के अभाव में इस स्कूल में छात्राएं नामांकन नहीं ले रही है। जिससे एक सौ सीट के मुकाबले मात्र 25 से 30 पर ही नामांकन हो पाता है। पूसा में इस विद्यालय की शुरुआत भवन निर्माण के वर्षो बाद हुई। शुरुआती दिनों से ही सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना पर ग्रहण लगता रहा है। नतीजतन इस सुविधा से छात्राएं वंचित हैं। इसको गति देने की अबतक का विभागीय प्रयास सिफर रहा है। बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पूसा परिसर में संचालित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पूसा (टाईप-4) में कक्षा 9 से 12 की छात्राओं के लिए 100 सीटों पर नामांकन होना है। लेकिन यह संख्या 25-30 से अधिक नहीं हो सकी। जिसमें निरंतर उपस्थिति उससे भी काफी कम ही बताई गई है। जबकि इस आवासीय विद्यालय में छात्राओं को उत्कृष्ट शिक्षा के साथ ठहराव व पठन-पाठन से जुड़ी सभी सुविधाएं मुफ्त मिलनी है। बाबजूद छात्राओं का इससे दूर रहना सवालिया निशान खड़ा करता है। इस संदर्भ में चर्चाओं की मानें तो स्कूल में आवासीय व्यवस्था के बावजूद छात्राओं की पठन-पाठन की समुचित व्यवस्था में कमी है। मिली जानकारी के अनुसार इस विद्यालय में एक प्रभारी वार्डन, एक अंशकालीक शिक्षिका, एक रसोईया व एक रात्रि प्रहरी कार्यरत है। जबकि बच्चों की समुचित शिक्षा के लिए विषयवार शिक्षक का होना व बेहतर प्रबंधन के लिए स्थाई वार्डन भी जरूरी है।
क्या कहती है स्कूल की एचएम
स्कूल की एचएम अनिता कुमारी ने बताया कि इस विद्यालय में कक्षा 9 एवं 11 में पूसा प्रखंड समेत अन्य प्रखंड की छात्राएं भी नामांकन कराकर रह सकती है। नामांकन के लिए लगातार प्रयास जारी है।
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