15 की जांच में एक डेंगू का शिकार
हसनपुर अस्पताल में सोमवार को 15 बुखार पीड़ित रोगियों की जांच की गई, जिनमें से एक डेंगू का मामला सामने आया। डेंगू की रोकथाम के लिए टेमीफोश का छिड़काव किया गया, लेकिन फॉगिंग नहीं की गई। मरीजों की संख्या...
हसनपुर। हसनपुर अस्पताल में सोमवार को 15 बुखार पीड़ित रोगियों की जांच की गई। इसमें से एक डेंगू का शिकार मिला। जिसका इलाज किया जा रहा। तीन दिनों से मरीजों के मिलने की रफ्तार कम होने से डेंगू के बचाव के काम में भी सुसती आ गयी है। सोमवार को रामपुर पंचायत में वार्ड 2, 8 व 12 में टेमीफोश का छिड़काव किया गया। लेकिन फॉगिग नहीं की गयी। अब तक स्वच्छता की दिशा में भी कारगर कदम नहीं उठाया जा रहा है। जिससे डेंगू प्रभावित गांवों में गंदगी पसरी हुई ही है। विदित हो कि हसनपुर बाजार, रामपुर, मल्हीपुर, सकरपुरा, मराची उजागर के वार्ड 12 सहित कई में अब भी सैकड़ों लोग डेंगू से पीड़ित हैं। जिसका इलाज स्थानीय निजी अस्पतालों के अलावा बेगूसराय व समस्तीपुर में कराया जा रहा है। रामपुर पंचायत के मुखिया शंभू प्रसाद राय बताते हैं कि पंचायत के कुल 14 वार्डो में फॉगिग कराने एवं टेमीफोश का छिड़काव कराने की जरूरत है। ताकि डेंगू मच्छरों से बचाव किया जायेगा। इधर, अस्पताल में सीबीसी मशीन की अब तक व्यवस्था नहीं हो सकी है। इससे डेंगू पीड़ितों के प्लेटलेट्स काउंट करने में हसनपुर अस्पताल में समस्या बरकरार है। अस्पताल के ओपीडी में सोमवार को तीन सौ से अधिक रोगियों का इलाज किया गया। लेकिन व्यवस्था की कमी थी। ओपीडी में रोगियों की भीड़ थी। चिकित्सा पदाधिकारी डा अरविंद कुमार ने बताया कि ओपीडी में चार चिकित्सको की ड्यूटी लगाई गयी है।
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