बरसात में शहर में फिर जलजमाव बनेगी बड़ी समस्या
सहरसा शहर में कई नाले अधूरे पड़े हैं, जिससे जलजमाव की समस्या फिर से बढ़ने की आशंका है। नगर निगम ने पिछले वर्ष जलजमाव के बाद नाले की मरम्मत और निर्माण का काम शुरू किया था, लेकिन अधिकांश नाले अब तक...

सहरसा, हिन्दुस्तान संवाददाता। शहर में कहीं नाला निर्माण अधूरा है तो कहीं एक नाला से दूसरे नाला को जोड़ा तक नहीं गया है। नगर निगम के 46 वार्ड में बुडको के लगभग 13 नाले है। वही अन्य योजना वाले नाला का काम अबतक पूरा नहीं किया गया है। पिछले वर्ष जलजमाव के बाद नगर निगम द्वारा छोटे नाले पर काम को लेकर तैयारी की थी। इसके बाद भी अबतक कई नाले की सही ढंग से उड़ाही व मरम्मत तक नहीं की गई है। अब मानसून आने को है ऐसे में इस बार भी नगर निगम क्षेत्र में जलजमाव फिर बड़ी समस्या बनेगी।
इधर शहर के विभिन्न आठ सड़कों में बनाये गये नाला अबतक अधूरा पड़ा हुआ है। जानकारी अनुसार वर्षों पूर्व सड़क निर्माण के साथ साथ दोनों किनारे नाला निर्माण भी शुरू किया गया। पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क तो बना दिया गया लेकिन नाला निर्माण में काफी उदासीनता बरती गई। कई वर्षों बाद भी एक दो नाला को छोड़ सभी नाला का कार्य अधूरा रह गया। जबकि सभी नाला काफी महत्वपूर्ण है। अगर इन सभी नालों की नये सिरे से निर्माण कर पानी बहाव हेतु एक दूसरे से जोड़ दिया जाए तो जलजमाव की समस्या काफी हद तक समाप्त हो सकती है। कई सड़क में नाला बना भी दिया गया लेकिन नये नाला का पानी कहां निकलेगा इसकी अभी तक कोई योजना नहीं है। जिससे नाला की उपयोगिता विहिन बन गया है। दहलान चौक से सराही तक नाला अधूरा: पीडब्ल्यूडी द्वारा शहर के दहलान चौक से सराही जाने वाली सड़क में कई वर्षों तक नाला निर्माण कार्य किया गया। इसके बाद भी नाला का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। नाला निर्माण नहीं होने और लाखों खर्च के बाद भी नाला से लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है। पीडब्ल्यूडी के संवेदक द्वारा नाला निर्माण कार्य को छोड़ दिया है। अब स्थिति यह है कि इस सड़क में जगह जगह जलजमाव लगा रहता है। जिससे शहरवासियों को काफी परेशानी हो रही है। रिफ्यूजी चौक से सराही मोड़ होते नया बाजार में नाला अधूरा: शहर के रिफ्यूजी चौक से सराही मोड़ होते नया बाजार तक नाला निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। इस सड़क में टूकडों में कई जगह नाला बनाकर उपेक्षित छोड़ दिया गया है। जिसके कारण नाला की उपयोगिता समाप्त हो गई है। जिससे सराही सहित अन्य जगहों पर सड़क पर पानी जमा रहता है। जबकि यह शहर के लिए सबसे महत्वपूर्ण नाला है। इस नाला के बनने से जलनिकासी की बेहतर सुविधा मिलती लेकिन अब अधूरा नाला परेशानी का सबब बना हुआ है। गांधी पथ नाले से जोड़ने की योजना अधूरी : सराही दहलान चौक सड़क में अर्धनिर्मित नाला को गांधी पथ नाले से जोड़ने की योजना अबतक पूरी नहीं हुई। जिससे इस बार की बारिश में नाला का पानी फिर सड़कों पर ही बहने लगा है। हालांकि हर साल इस सड़क में पानी जमा रहता है। जिससे लोगों को आवागमन में काफी असुविधा होती है। लोगों ने कहा कि टूकडों में बांट कर नाला निर्माण किया गया। जिससे नाला का जुड़ाव एक दूसरे से नहीं हो पाया है। नाला पूरी तरह जाम रहता है। कचहरी ढाला से महाराणा प्रताप होते आगे नाला बेकार: कचहरी ढाला से महाराणा प्रताप चौक होते पासवान टोला तक पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाया गया नाला बेकार पड़ा हुआ है। नाला और सड़क की दूरी कई फीट दूर रहने से नाला में पानी नहीं जाकर सड़क पर पानी जमा रहता है। खासकर इस नाला का पानी बहाव की योजना नहीं बनाई गई। जिससे पासवान टोला नाला का पानी बायपास सड़क किनारे जमा रहता है। मीरटोला सड़क में नाला को ढक दिया गया : मीरटोला डा बीएन मिश्रा क्लिनिक वाले सड़क में नाला निर्माण के लिए मिट्टी खुदाई की गई थी। लेकिन नाला नहीं बना कर ढंक दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क में नाला नहीं रहने से काफी परेशानी होती है। सालोंभर गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। अन्य निर्मित नाला का भी हाल बेहाल: पीडब्ल्यूडी द्वारा बनाए गए गंगजला रोड, इस्लामिया चौक से छठ घाट, बस्ती सहित अन्य नाला का भी हाल बेहाल है। इन नालों से पानी बहाव की व्यवस्था नहीं रहने से नाला का पानी सड़क पर जमा रहता है। कहते नगर आयुक्त: मानसून को लेकर तैयारी की जा रही है। नाला जोड़ने की जरूरत वाले नाले को चिन्हित किया जा रहा है। एजेंसी पैनल के माध्यम से जलजमाव वाले क्षेत्र को चिन्हित कराते जलनिकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी। नाला की उड़ाही जारी है। सुशील कुमार मिश्र, नगर आयुक्त सहरसा नगर निगम
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