जातीय जनगणना की मांग को लेकर RJD के प्रदर्शन में शामिल हुए तेजस्वी, मंत्री बोले- कुर्सी के लिए धरना
RJD Protest On Caste Census : इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी, सांसद संजय यादव सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता, पार्टी के पदाधिकारी शामिल हुए।
RJD Protest On Caste Census : देश भर में जातीय जनगणना कराने और बिहार में आरक्षण में किए गए बढ़ोतरी को संविधान की 9 वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर राजद ने राज्यव्यापी धरना-प्रदर्शन किया। सभी जिला मुख्यालयों में राजद की तरफ से धरना प्रदर्शन किया गया है। रविवार को पटना में प्रदेश राजद कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया। इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी, सांसद संजय यादव सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता, पार्टी के पदाधिकारी शामिल हुए।
इस धरना प्रदर्शन में शामिल एक महिला प्रदर्शनकारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'आरक्षण के सपोर्ट में और जातीय जनगणना के सपोर्ट में हमारे नेता प्रदर्शन कर रहे हैं। जब तेजस्वी यादव सत्ता में थे तब उन्होंने 65 फीसदी आरक्षण बढ़ाने की मांग की थी। एससी/एसटी, दलित, महादलित, आदिवाासी और पिछड़ों का जो आरक्षण हो वो सही से हो। जातीय जनगणना सही से हो यही हमारी मांग है।' एक अन्य कार्यकर्ता ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार आरक्षण को छिनना चाहती है।
राष्ट्रपति को देंगे ज्ञापन
बता दें कि इससे पहले शनिवार को राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि राजद का अपनी मांगों के पूरा होने तक संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने इस धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने का निर्देश दिया था। प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया था कि धरना के दौरान सभी जिलों के जिलाधिकारियों को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा।
आरक्षण और जनगणना पर बोले तेजस्वी
राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हम लोग 17 महीने के लिए सत्ता में आए तब ही तो आरक्षण की सीमा बढ़ाई गई। उनके 17 साल में क्यों नहीं हुआ? नौटंकी तो वो लोग कर रहे हैं ना। आरक्षण को नवीं अनुसूची में क्यों नहीं डाला जा रहा है? जिस बात को लेकर हम धरना दे रहे हैं कि आरक्षण को नौवीं अनुसूची में नहीं डालना चाहिए।
अगर आप सहमत हैं तो डालिए ना आप ही लोग तो सत्ता में हैं और कौन है। हम ते तो हम तो किए। आरक्षण में बढ़वाए और जातीय आधारित जनगणना भी करवाए। 5 लाख नौकरी तो उसी में ना हुआ। तीन लाख प्रक्रियाधीन उसी में ना हुआ। ये लोग पूरी तरीके से नकारात्मक लोग हैं। कोई भी सकारात्मक काम करने पर वो उट-पटांग बोलते हैं।’
क्या बोले मंत्री श्रवण कुमार
राजद के इस प्रदर्शन पर सियासत भी शुरू हो गई है। बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने तेजस्वी पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव राजनीतिक माइलेज लेना चाहते हैं। यह धरना प्रदर्शन राजनीतिक हवाबाजी है। पांच दिन तक विधानसभा खुला हुआ था और उस विधानसभा में एक भी दिन भी उनको आने की फुर्सत नहीं थी। इसका मतलब है कि बिहार की जनता के सवालों से उनका कोई वास्ता नहीं है। सिर्फ और सिर्फ उनको कुर्सी चाहिए। कुर्सी के इंतजार में कभी धरना, कभी प्रदर्शन तो कभी यात्रा निकालेंगे और उससे जनता को अपनाने की कोशिश करेंगे लेकिन बिहार की जनता उनके झांसे में आने वाली नहीं है।
वहीं बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार ने तो आरक्षण की सीमा बढ़ा दी है। इसमें तेजस्वी की कोई भूमिका नहीं है। वो तो यह धारणा बनाने में लगे हैं कि आरक्षण में हमारी भूमिका है। जब जनगणना की बात हो रही थी तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि अभी राष्ट्रीय स्तर पर संभव नहीं है आप इसे राज्य स्तर पर करा लीजिए। तेजस्वी यादव तो राजनीति कर रहे हैं।