आरजेडी MLA रीतलाल के भाई ने चलवाई थी एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर गोली; पटना पुलिस का दावा, 2 गिरफ्तार
पटना एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर फायरिंग मामले में पुलिस ने दावा किया है। आरजेडी विधायक रीतलाल के भाई पिंकू ने गोली चलवाई थी। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों आरोपितों की पहचान सीसीटीवी कैमरे के जरिये की।
पटना एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर गोली चलाने के दो आरोपितों को खगौल थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गये दोनों आरोपितों में राजकुमार (खिरीमोड़) और गुड्डु यादव (कृष्णगढ़, भोजपुर) शामिल हैं। राजकुमार एम्स में सुरक्षा गार्ड जबकि गुड्डु सिक्योरिटी फील्ड ऑफिसर है। दोनों के पास से पुलिस ने मोबाइल फोन बरामद किये हैं।
पटना पुलिस का दावा है कि आरपीएफ से प्रतिनियुक्त एम्स के उप मुख्य सुरक्षा पदाधिकारी प्रेमनाथ राय की गाड़ी पर 22 अगस्त को दीघा एम्स एलिवेटेड रोड से उतरने के दौरान इन्हीं दोनों ने अपने एक साथी के साथ मिलकर गोली चलाई थी। दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव के कहने पर इस वारदात को अंजाम दिया गया था।
राजकुमार और गुड्डु ने पुलिस को बताया कि वे एम्स में सिक्योरिटी गार्ड का काम करने के दौरान सुरक्षा गार्ड की बहाली प्रक्रिया में अभ्यर्थियों से पैसे लेते हैं। बहाली के 50 प्रतिशत रुपये वे अभ्यर्थियों से लेते थे। इन सभी बातों की जानकारी पिंकू को होती थी। इस बार भी पिंकू के इशारे पर ही दोनों ने एम्स के सुरक्षा अधिकारी की गाड़ी पर फायरिंग की। इसमें वे बाल-बाल बच गये। जबकि उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया।
दूसरी ओर गोली चलाने वाले आरोपितों के बयान के बाद अब पटना पुलिस ने विधायक के भाई पिंकू की तलाश में छापेमारी तेज कर दी है। शनिवार को खगौल थाने की पुलिस पिंकू के वारंट के लिए कोर्ट गई थी। सूत्रों के मुताबिक अगर जल्द से जल्द उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई तो पुलिस तीन दिनों के भीतर ही पिंकू के खिलाफ इश्तेहार फिर कुर्की-जब्ती के लिए कोर्ट जायेगी।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान
पुलिस ने दोनों आरोपितों की पहचान सीसीटीवी कैमरे के जरिये की। सूत्रों की मानें तो दर्जनों कैमरों को खंगालने के बाद पुलिस फायरिंग करने वालों तक पहुंची। गिरफ्तारी के बाद जब उनसे साजिशकर्ता के बारे में पूछा गया तो उन्होंने पिंकू के नाम का खुलासा किया।
विशेष पुलिस टीम ने दबोचा
आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया था। टीम का नेतृत्व सिटी एसपी पश्चिमी अभिनव धीमान कर रहे थे। इसमें खगौल थानेदार सुनील कुमार, दानापुर थानेदार प्रशांत भारद्वाज समेत अन्य पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था।
22 अगस्त की सुबह 9 बजकर 55 मिनट पर एम्स के उप मुख्य सुरक्षा अधिकारी प्रेमनाथ राय गाड़ी से दफ्तर जा रहे थे। चालक और बॉडीगार्ड भी साथ में थे। जैसे ही वे खगौल थानांतर्गत दीघा-एम्स एलिवेटेड रोड की ओर उतरे, एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उनकी गाड़ी के ऊपर गोली चलाई। इसके बाद सभी भाग निकले। गोलीबारी के दौरान गाड़ी का शीशा टूट गया।