वक्फ बिल पर नीतीश को घेरने की तैयारी, विधानसभा में विपक्ष के हंगामा के पूरे आसार
- बिहार विधानसभा के शीत सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राजद, कांग्रेस और लेफ्ट के विधायक संसद में वक्फ संशोधन बिल की संभावित पेशी को लेकर हंगामा कर सकते हैं। ये विधानसभा से वक्फ बिल के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग कर रहे हैं।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में विपक्षी विधायकों द्वारा हंगामा खड़ा करने के पूरे आसार बन रहे हैं। दिल्ली में संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने की तैयारी की चर्चा के बीच पटना में विपक्षी दल के विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को वक्फ के मसले पर घेरने की तैयारी में हैं। पहले दिन सदन की कार्यवाही नए सदस्यों की शपथ, अनुपूरक बजट की पेशी और दिवंगत पूर्व सदस्यों को श्रद्धांजलि तक सीमित थी। लेकिन विधानसभा परिसर में लेफ्ट पार्टी के विधायकों ने विधानसभा से वक्फ संशोधन विधयेक 2024 के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पारित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। मंगलवार को विपक्ष नीतीश सरकार को घेरने के लिए हंगामा कर सकता है। विपक्षी दलों ने वक्फ के साथ-साथ राज्य की कानून-व्यवस्था, टीचर ट्रांसफर पॉलिसी, शराब से मौत को भी मसला बना रखा है।
विधानसभा परिसर में विपक्षी नेताओं ने मीडिया से बातीचत में कहा है कि वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करेंगे कि वो केंद्र सरकार के वक्फ संशोधन विधेयक 2024 का समर्थन ना करें और सदन से इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित करें। कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने कहा है कि यह बिल संविधान की भावना के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा की बांटो और राज करो की नीति का पर्दाफाश करेगी।
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राज्य में सबसे बड़ी लेफ्ट पार्टी सीपीआई-माले के विधायक महबूब आलम ने कहा कि वक्फ विधेयक मुसलमानों पर हमला है और समाज के सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता है कि विधानसभा से इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित करके बताया जाए कि बिहार इस बिल के खिलाफ है।
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दिल्ली में विपक्षी दलों के सांसदों ने लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर वक्फ विधेयक पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का कार्यकाल बढ़ाने की मांग की है। भाजपा सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में बनी जेपीसी का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है। पाल ने कहा है कि रिपोर्ट तैयार है लेकिन विपक्षी सांसद कह रहे हैं कि पाल विपक्षी दलों की बात सुन नहीं रहे हैं। समिति की पहली बैठक 22 अगस्त को हुई थी और अब तक 25 बैठकें हो चुकी हैं। इसी जेपीसी की एक बैठक में टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने भाजपा के सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय से बहस के बाद टेबल पर गिलास फोड़ा था, जिसमें उनका हाथ जख्मी हो गया था।