बंगाल में बिहारियों को पीटने वाला रजत भट्टाचार्य पकड़ा गया, कहा था- परीक्षा देने यहां क्यों आया
रजत भट्टाचार्य का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह सिलीगुड़ी में परीक्षा देने पहुंचे बिहार के युवकों को डरा-धमकाकर उनसे बदतमीजी और मारपीट कर रहा है। पश्चिम बंगाल पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में बिहार से परीक्षा देने गए युवकों को धमकाने और मारपीट करने वाले शख्स को बंगाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी का नाम रजत भट्टाचार्य है, जो बांग्ला पक्खो नाम के एक कट्टरवादी संगठन का सदस्य है। उसके साथी गिरिधारी रॉय को भी पुलिस ने पकड़ा है। बिहारी युवकों से मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद गुरुवार को यह मामला चर्चा में आ गया। इसके बाद बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से इस संबंध में पश्चिम बंगाल पुलिस से फोन पर संपर्क किया गया। फिर बंगाल पुलिस ने यह कार्रवाई की। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन कर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
दूसरी ओर, इस मुद्दे को लेकर बिहार में सियासत गर्माई हुई है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस घटना की निंदा करते हुए पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तंज कसते हुए गुरुवार को कहा कि बंगाल में रोहिंग्या मुसलमानों के लिए रेड कारपेट बिछाया जा रहा है, जबकि बिहार से परीक्षा देने गए युवकों को पीटा जा रहा है।
चिराग पासवान बोले- बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह?
केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी इस मामले पर ममता सरकार को घेरा है। उन्होंने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए कहा कि बंगाल में बिहारी छात्रों के साथ बर्बरता पूर्वक मारपीट की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। वहां की सीएम ममता बनर्जी ने फिर एक बार बिहारियों का अपमान किया है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने ममता से पूछा कि क्या पश्चिम बंगाल में परीक्षा देना भी गुनाह है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक रजत भट्टाचार्य बांगाला पक्खो नाम के एक संगठन से जुड़ा है। यह संगठन बंगाली संस्कृति, भाषा और अस्मिता की रक्षा करने का दावा करता है। वायरल वीडियो में आरोपी रजत बिहारियों से मारपीट करते हुए यह कह रहा है कि वह बिहार से परीक्षा देने बंगाल क्यों आए। उसने आरोप लगाया कि बिहारी लोग पश्चिम बंगाल में फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर परीक्षा देने आते हैं, फिर यहां नौकरियां लेकर बंगाल के युवाओं का हक मार देते हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी रजत से पूछताछ कर रही है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।