छपरा में आर्केस्ट्रा संचालकों के यहां ताबड़तोड़ छापे, बंधक बनाकर रखी गईं 31 लड़कियों को छुड़ाया
छपरा के अमनौर और मकेर थाना इलाके में पुलिस और राष्ट्रीय बाल सुरक्षा अधिकार आयोग की टीम ने आर्केस्ट्रा संचालकों के यहां छापेमारी कर 31 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया। इन्हें नौकरी का झांसा देकर बंधक बनाकर नाच-गाने का काम करवाया जाता था।
बिहार के छपरा (सारण) में आर्केस्ट्रा संचालकों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग और छपरा पुलिस की टीम ने 31 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया है। इन्हें जबरन बंधक बनाकर रखा गया था। यह छापेमारी मंगलवार सुबह अमनौर और मकेर के विभिन्न इलाकों में हुई। पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इस छापेमारी से दोनों ही थाना इलाकों में कथित आर्केस्ट्रा संचालकों और अवैध रूप से लड़कियों की तस्करी करने वाले गिरोह में हड़कंप मचा हुआ है।
आर्केस्ट्रा संचालकों के चंगुल से छुड़ाई गई लड़कियां बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और नेपाल की रहने वाली हैं। बताया जा रहा है कि संचालक इन्हें नौकरी का झांसा देकर लेकर आए थे और इनसे जबरन आर्केस्ट्रा का काम कराया जा रहा था। बरमाद लड़कियों में कई ने अपनी आपबीती पुलिस को बताई, जो उनकी मजबूरियां बयान कर रही हैं। अधिकतर लड़कियों का कहना है कि उन्हें आरोपियों ने अपने जाल में फंसा रखा था। वे घर भी नहीं जा पा रही थीं। नाबालिग लड़कियों ने पुलिस और बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की टीम से उन्हें घर भेजने की गुहार लगाई।
छापेमारी टीम में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, मिशन मुक्ति फाउन्डेशन दिल्ली के डायरेक्टर बीरेन्द्र कुमार सिंह, रेस्क्यू फाउन्डेशन के इनबूस्टीगेशन ऑफिसर अक्षय पाण्डेय,पीआरसी नेपाल के विशाल थापा,पश्चिम बंगाल के सिद्धान्त घोष व छपरा नारायणी सेवा संस्थान के कोऑर्डिनेटर अखिलेन्द्र सिंह व अनीशा राय सहित दर्जनों पुलिस अधिकारी व जवान शामिल रहे।
सारण के एसपी आशीष कुमार के निर्देश पर गठित टीम ने अमनौर से 27 लड़कियां एवं मकेर से चार लड़कियों को बरामद किया। छापेमारी दल ने इस मामले में अमनौर थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। जांच टीम लड़कियों से पूछताछ कर रही है। पुलिस विभिन्न बिंदुओं से मामले की जांच में जुटी है। सभी लड़कियों का बयान दर्ज कर बालिका सुधार गृह में भेजा जाएगा।