तनिष्क लूटकांड: प्रिंस राज को रिमांड पर लेकर अनसुलझे पार्ट को सुलझाएगी पुलिस
फॉलोअप : पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया के बहुचर्चित तनिष्क शो रूम में जुलाई महीने में हुए लूटकांड मामले में बेऊर जेल में बंद चंदन कुमार उ
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पूर्णिया के बहुचर्चित तनिष्क शो रूम में जुलाई महीने में हुए लूटकांड मामले में बेऊर जेल में बंद चंदन कुमार उर्फ प्रिंस राज को पुलिस रिमांड पर लेगी। उसे रिमांड पर लेने का एक अटैम्प्ट 30 अगस्त को किया गया था, परन्तु कुछ तकनीकी कारणों से उसे रिमांड पर नहीं लिया जा सका था। पुलिस को अगली तारीख का इंतजार है। बेऊर जेल में बंद वैशाली जिले का यह कुख्यात अन्तर्राज्यीय गोल्ड लुटेरा गिरोह के सरगना सुबोध सिंह का राइट हैण्ड माना जा रहा है। पुलिस के अब तक की स्टोरी में यह स्पष्ट हो चुका है कि सुबोध सिंह के बेऊर से बंगाल के जेल में शिफ्ट होने के बाद तनिष्क लूटकांड की मानिटरिंग करने का जिम्मा इस कुख्यात के कंधे पर था। वह लूटकांड को अंजाम देने तक बेऊर से ही अपराधियों को हैण्डल करता रहा था। घटना को अंजाम देने के बाद बंगाल भागे संलिप्त अपराधकर्मियों को डिजिटल ट्रांजैक्शन के जरिए चंदन कुमार उर्फ प्रिंसराज के कहने पर ही उसके छोटे भाई कुन्दन कुमार ने रूपये भेजे थे। जिसको लेकर कुन्दन कुमार को पुलिस ने पिछले अगस्त महीने में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इतना ही नहीं पटना में एसटीएफ के हाथ लगे फर्जी आधार कार्ड बनवाने का आरोपी भी बेऊर जेल में बंद प्रिंसराज के लगातार सम्पर्क में रहा था। घटना की एक- एक कड़ी को जोड़ती हुई पुलिस अब इस नतीजे पर पहुंच गयी है कि चंदन को रिमांड पर लेने के बाद लूटकांड में अब तक अनसुलझे रह गए सभी पार्ट को सुलझा लिया जाएगा। पुलिस इस बात से पूरी तरह वाकिफ हो गयी है कि सुबोध सिंह के गुर्गों को लूटकांड में पूर्णिया के कुख्यात बिट्टू सिंह के स्थानीय गुर्गे का सहयोग मिला था। जिसको लेकर उसके कुछ करीबियों को पुलिस ने पहले ही जेल भेज दिया है एवं कुछ के गिरेबान तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में भूमिगत हुए घटना के मुख्य लाइनर चुनमुन झा एवं एक अन्य सहयोगी सोनू झा पर दबिश पर बढ़ाने के लिए पुलिस न्यायालय से वारंट लेना चाह रही है। बताया जा रहा है कि प्रिंसराज को रिमांड पर लेकर पुलिस बेऊर में कुख्यात बिट्टू सिंह के सुबोध सिंह के साथ हुई डील एवं घटना में शामिल अपराधियों के बारे में गहन पूछताछ करेगी। इसके अलावा पुलिस यह जानने का प्रयास करेगी कि बिट्टू सिंह के सुबोध सिंह के साथ हुए डील में नेपथ्य के पीछे कोई और चेहरा तो नहीं है। पुलिस मामले में कोई ऐसा सुराख नहीं छोड़ना चाहती है, जिससे लूटकांड के आरोप से कोई आरोपी बच निकले। कुछ यही कारण है कि एसटीएफ और पुलिस मामले में अभी भी जल्दबाजी से बचना चाह रही है। हालांकि एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया कि पुलिस लूटकांड के पूरी तरह खुलासे दहलीज पर है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।