फर्जीवाड़ा करने वाले छात्र-छात्राओं का नामांकन होगा रद्द
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पीजी में नामांकन के निमित्त मेरिट लिस्ट में शामिल होने के लिए छात्र-छात्राओं के द्वारा की गई फर्जीवाड़ा पूर्णिया
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पीजी में नामांकन के निमित्त मेरिट लिस्ट में शामिल होने के लिए छात्र-छात्राओं के द्वारा की गई फर्जीवाड़ा पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन गया है। स्थिति यह है कि गत 7 अक्टूबर से शुरू हुए पीजी में नामांकन की प्रक्रिया में अब तक जितने भी नामांकन पीजी कॉलेज के साथ पूर्णिया विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में हुए है, सभी का पुन: वेरिफिकेशन पूर्णिया विश्वविद्यालय और पीजी कॉलेजों की बाध्यता बन गई है। इसके मद्देनजर पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पवन कुमार झा के द्वारा पीजी कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ पूर्णिया विश्वविद्यालय के पीजी विभागाध्यक्षों को पुन: वेरिफिकेशन के लिए दिशानिर्देश दिया जा चुका है। कुलपति के आदेश पर पूर्णिया विश्वविद्यालय के पीजी विभाग और पीजी कॉलेजों में अब तक हुए पीजी में नामांकन की जांच की कवायद अब शुरू होने वाली है। वहीं डीएसडब्ल्यू और पीजी विभाग के एचओडी से हस्ताक्षर करा नामांकन कराने वाले छात्र-छात्राओं के डॉक्यूमेंट का भी फिर से जांच किया जायेगा। जांच के दौरान गड़बड़ी पाये जाने पर छात्र-छात्रा का नामांकन रद्द किया जायेगा।
......कुलपति ने यूएमआईएस टीम को लगाई फटकार:
पीजी सत्र 2024-26 के नामांकन में फर्जीवाड़ा ने पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सभी पीजी कॉलेजों के प्राचार्यों को भी असहज कर दिया है। यही कारण है कि न केवल पूर्णिया विश्वविद्यालय के पीजी विभाग बल्कि सभी पीजी कॉलेजों में अब तक हुए नामांकन की पुन: वेरिफिकेशन कराई जायेगी। शनिवार को पूर्णिया विश्वविद्यालय के यूएमआईएस टीम को कड़ी फटकार कुलपति प्रो. पवन कुमार झा के द्वारा लगाईं गई है और छात्र-छात्राओं का पूरा डिटेल्स मांगा गया है। कुलपति ने यूएमआईएस टीम को इस मौके पर कई दिशा निर्देश भी दिया। वहीं कुलपति ने डीएसडब्ल्यू को निर्देश दिया कि पहले अपने विभाग के कर्मचारी से छात्र छात्राओं का डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन करवा लें, तभी किसी के आवेदन या पीजी नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर करें। फर्जीवाड़ा रोकने को लेकर पूर्णिया विश्वविद्यालय के डीएसडब्लू को भी कई निर्देश कुलपति के द्वारा दिया गया। पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पवन कुमार झा ने बताया कि पूर्णिया विश्विद्यालय के डीएसडब्ल्यू और एचओडी से पीजी नामांकन फॉर्म पर धोखाधड़ी कर हस्ताक्षर करवाने वाले छात्र-छात्राओं के साथ 7 से 23 अक्टूबर तक पीजी डिपार्टमेंट एवं पीजी महाविद्यालयों में सत्र 2024 -26 में नामांकित छात्र छात्राओं का पुनः डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन पीजी कट ऑफ लिस्ट के अनुकूल किया जायेगा। कुलपति ने बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का कार्य शुरू है। जबकि पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज जिले के पीजी कॉलेजों के द्वारा छात्र-छात्राओं के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन दुबारा किये जा रहे हैं। मेरिट लिस्ट में नाम शामिल करवाने के लिए ऑनलाइन नामांकन आवेदन फार्म में बढ़ाकर अंक और अंक का प्रतिशत अंकित करने वाले छात्र-छात्राओं का नामांकन रद्द किया जायेगा। इसके लिए विश्वविद्यालय और पीजी कॉलेजों में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पुन: शुरू है। पीजी नामांकन में फर्जीवाड़ा नहीं होने दिया जायेगा। अब तक पीजी में प्रथम मेरिट लिस्ट के आधार पर हुए सभी नामांकन की तहकीकात की जायेगी। डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के दौरान यदि छात्र छात्राओं के अंक में गड़बड़ियां पाई जायेगी तो नामांकन रद्द करने का निर्णय लिया जायेगा। वहीं पूर्णिया विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर मरगूब आलम ने बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के पीजी डिपार्टमेंट के कई छात्र छात्राओं ने पीजी नामांकन फॉर्म पर धोखाधड़ी कर हस्ताक्षर करवाया है, वैसे छात्र छात्राओं का नामांकन फार्म पुनः जांच पड़ताल करवाया जायेगा। गलत पाये जाने पर नामांकन को रद्द किया जायेगा। विश्वविद्यालय के अधीनस्थ जिन महाविद्यालयों में पीजी की पढ़ाई होती है यदि उन महाविद्यालय में डॉक्यूमेंट्स में फर्जीवाड़ा करके नामांकन करवाया गया है, तो ऐसे छात्र-छात्राओं का नामांकन रद्द किया जायेगा। यूएमआईएस से सभी छात्र छात्राओं का पार्ट थ्री ऑनर्स पेपर का अंक एवं प्रतिशत लिया जायेगा। पीजी सत्र 2024 -26 में फर्जीवाड़ा बड़े पैमाने पर हुआ है। ऐसे छात्र छात्राओं पर पूर्णिया विश्वविद्यालय प्रशासन कार्रवाई भी करवायेगा। इसलिए सभी छात्र छात्राएं फर्जीवाड़ा करने से सचेत हो जाये। सभी महाविद्यालयों में वर्तमान में पीजी कट ऑफ लिस्ट के अनुकूल नामांकन हो रहा है। फर्जीवाड़ा रोकने को लेकर कड़ी मशक्कत की जा रही है।
......डॉक्यूमेंट्स पुन: वेरिफिकेशन करवाने की मांग :
शनिवार को पीजी सत्र 2024 -26 के नामांकन में हुए फर्जीवाड़ा को लेकर पूर्णिया कॉलेज के छात्र सह छात्र नेता सौरभ कुमार एवं अररिया जिला के छात्र जदयू जिलाध्यक्ष मोहम्मद जुनैद हुसैन ने एक आवेदन कुलपति प्रो पवन कुमार झा से मुलाकात कर सौंपा है। आवेदन में उल्लेख किया है कि पीजी सत्र 2024 -26 के नामांकित छात्र छात्राओं का पीजी डिपार्टमेंट में जो नामांकन 7 से 23 अक्टूबर तक होगा, उन सभी विषयों में नामांकित छात्र छात्राओं का डाटा कट ऑफ लिस्ट और केटेगरी के अनुकूल है या नहीं इसकी उच्चस्तरीय जांच पड़ताल करवाया जाये। पीजी डिपार्टमेंट में अधिकांशत: छात्र छात्राओं ने बिना ओरिजिनल सीएलसी के ही नामांकन करवाया है। बिना ओरिजिनल सीएलसी का जो भी नामांकन करवाया गया है, उन छात्र छात्राओं के डाटा को एकत्रित करवाया जाये । ज्ञापन में कुलपति से मांग की गई है कि पीजी सत्र 2024-26 का नामांकन तिथि समाप्त होने के बाद गंभीरतापूर्वक उच्चस्तरीय जांच पड़ताल करवाया जाए, जिससे फर्जीवाड़ा का भंडाफोड़ हो सके और फर्जीवाड़ा तरीके से नामांकन करवाने वाले का नामांकन रद्द हो सकें।
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