पीएचडी में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि 10 अक्टूबर तक
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पीएचडी में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि 10 अक्टूबर तक विस्तारित कर दी गई है। पूर्णिया विश्वविद्यालय ने 19
पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पीएचडी में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि 10 अक्टूबर तक विस्तारित कर दी गई है। पूर्णिया विश्वविद्यालय ने 19 विषयों में 104 सीटों पर नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन की तिथि विस्तारित कर दी है। पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए 55 प्रतिशत अंकों के साथ मास्टर डिग्री या समकक्ष ग्रेड बी अनिवार्य अहर्ता विश्वविद्यालय के द्वारा रखी गई है। वहीं ऑनलाइन आवेदन के पश्चात दो पालियों में पीएचडी में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले अभ्यार्थियों की एंट्रेंस टेस्ट 27 अक्टूबर को लिए जायेंगें। पूर्णिया विश्वविद्यालय ने पीएचडी में नामांकन के लिए आवेदन करने में किसी भी परेशानी से निजात दिलाने के उद्देश्य से हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है। ........ विश्वविद्यालय ने घोषित की पात्रता:
पूर्णिया विश्वविद्यालय के द्वारा पीएचडी में कुल 19 विषयों की कुल 104 सीटों पर एडमिशन लिया जायेगा। हिन्दी विषय में 15, इंग्लिशा विषय में 15, उर्दू विषय में 8,संस्कृत में 1, फिलॉस्पी विषय में 9, मैथिली विषय में 3,इकोनोमिक्स में 7,इतिहास में 12, सॉयकोलॉजी विषय में 1, सोशोलॉजी विषय में 4, होमसायंस विषय में 2, पॉलिटिकल सायंस विषय में 7, फिजिक्स विषय में 4, कैमिस्ट्री विषय में 1, बॉटनी विषय में 2 जियोलॉजी विषय में 3, मैथमैटिक्स विषय में 2 और कॉमर्स विषय में 8 सीटों पर पीएचडी में एडमिशन लिया जायेगा। पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों के पास कम से कम 55 फीसदी अंकों के साथ मास्टर डिग्री या कुल मिलाकर समकक्ष ग्रेड बी पॉइंट स्केल में समकक्ष ग्रेड होना चाहिए। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति, ईबीसी,ओबीसी व दिव्यांग वर्ग के अभ्यर्थियों को अंकों में 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, जो 55 से 50 प्रतिशत होगी अथवा ग्रेड में समतुल्य छूट दी जाएगी। अभ्यर्थी को सामान्यतः उन विषयों में पीएचडी की डिग्री के लिए अनुसंधान करने की अनुमति दी जाएगी, जिनमें उसने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री या संबद्ध विषय प्राप्त किया हो। संबद्ध विषयों के संबंध में, बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा जारी संबंधित (कोर) विषयों और उनके संबद्ध विषयों की सूची लागू होगी। उपस्थित उम्मीदवार पीएचडी प्रवेश परीक्षा (पीएटी) के लिए पात्र नहीं हैं। पीएचडी प्रवेश परीक्षा (पीएटी) 2023 की लिखित परीक्षा से छूट वैसे अभ्यर्थी को दी जायेगी ,जिन्होंने यूजीसी नेट, सीएसआईआर-नेट, गेट, एमएचआरडी छात्रवृत्ति, शिक्षक फैलोशिप, डीबीटी, आईसीएमआर, आईसीएआर, डीएसटी-इंस्पायर्स, सीएसएसआईआर व आईसीएचआर आदि उत्तीर्ण करके फेलोशिप या स्कॉलरशिप-एसोसिएटशिप आदि जैसे अनुसंधान के लिए अनुदान प्राप्त किया हो। सहायक प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर जो विश्वविद्यालय या विश्वविद्यालय के किसी घटक कॉलेज के शिक्षण विभागों में यूजीसी वेतनमान में मूल पद पर नियुक्त किए गए हैं और जिन्होंने कम से कम दो साल की निर्बाध सेवा के अनुभव के साथ सफलतापूर्वक अपना परिवीक्षा काल पूरा कर लिया है, उन्हें इस श्रेणी में माना जाएगा। स्व-वित्तपोषित शिक्षकों को परीक्षा से छूट नहीं दी जाएगी। विश्वविद्यालय के गैर-शिक्षण कर्मचारी, जो पांच वर्ष से अधिक समय से मौलिक नियुक्ति पर हैं, जिनके पास संबंधित विषय में मास्टर डिग्री में कम से कम 55 प्रतिशत अंक हैं तथा जिनके कम से कम दो शोध पत्र यूजीसी द्वारा पहचाने गए किसी प्रतिष्ठित रेफरीड जर्नल या जर्नलों में प्रकाशित हुए हैं, उन्हें इस श्रेणी के अंतर्गत माना जाएगा।
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