Hindi Newsबिहार न्यूज़पूर्णियाOver 1 Million Elderly in Seemanchal Loneliness and Hope for Children s Return

सीमांचल में 10 लाख बुजुर्ग : परदेस में जिगर, दहलीज पर नजर

अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर विशेष : पूर्णिया, धीरज। सीमांचल में 10 लाख से अधिक बुजुर्ग हैं। इसमें कई घरों में तो मां-बाप अकेले हैं। बच्चों को पढ़ा-लि

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाTue, 1 Oct 2024 02:00 AM
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पूर्णिया, धीरज। सीमांचल में 10 लाख से अधिक बुजुर्ग हैं। इसमें कई घरों में तो मां-बाप अकेले हैं। बच्चों को पढ़ा-लिखाकर लायक बनाया। अब बच्चे बाहर में नौकरी करने लगे हैं। जिगर का टुकड़ा परदेस में है। पर्व-त्योहार में मां-बाप की नजर दहलीज पर टिकी रहती है। उन्हें आस रहती है कि दरवाजे से आवाज आएगी मां-बाबूजी, मैं आ गया हूं। सीमांचल में ऐसे एक-दो नहीं बल्कि हजारों घर हैं। जिनके बच्चे देश-विदेश में नौकरी करते हैं। मां-बाप के लिए यह जरूरी होता है कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर नौकरी करे और बच्चों की मजबूरी यह रहती है कि मां-बाप उनके साथ बाहर नहीं जाना चाहते हैं। वह अपने घर में ही रहकर खुश रहते हैं। इसी वजह से करीब बीस फीसदी घरों की यही कहानी है, जहां बुजुर्ग बच्चों के लौटने के लिए दिन गिनते रहते हैं।

सीमांचल में अररिया जिला में सर्वाधिक बुजुर्ग हैं। इसके बाद पूर्णिया और कटिहार जिला का स्थान है। किशनगंज में सबसे कम बुजुर्ग हैं। चारों जिला में 80 प्लस के 1.25 लाख बुजुर्ग हैं तो 70 पार के तीन लाख हैं। आंकड़े मुताबिक अररिया जिला में तीन लाख से अधिक बुजुर्ग हैं। इसमें 70 प्लस के 86952 तो 80 प्लस 38685 बुजुर्ग हैं। इसी तरह किशनगंज में भी 1.5 लाख से अधिक बुजुर्ग हैं। इसमें 70 प्लस के 54484 तो 80 प्लस 22717 बुजुर्ग हैं। कटिहार जिला में 2.5 लाख बुजुर्ग हैं। इसमें 1.10 लाख सेवेंटी प्लस के हैं। आंकड़े के मुताबिक 70 प्लस के 78930 तो 80 प्लस के 31662 बुजुर्ग हैं। पूर्णिया जिला में करीब 3 लाख बुजुर्ग हैं। इसमें 1.17 लाख 70 पार के उम्रदराज हैं। यहां 70 प्लस 81853 तो 80 प्लस 32993 बुजुर्ग हैं। पूर्णिया में 60 प्लस के 2.41 लाख बुजुर्गों तो वृद्धापेंशन का लाभ मिल रहा है। मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना एवं इंदिरा गांधी पेंशन योजना का लाभ इन बुजुर्गों को मिल रहा है।

...बुजुर्गों के हाथ में कानूनी हथियार :

कई घरों में प्रापर्टी हथियाने के बाद बुजुर्गों को दुत्कार दिया जाता है। मगर बुजुर्गों के हाथ में कानूनी हथियार भी हैं। वह अनुमंडल से लेकर जिला प्रशासन तक अपील कर सकते हैं। बुजुर्गों को भरण-पोषण का अधिकार मिला हुआ है। बच्चों को हर हाल में बुजुर्ग माता-पिता की सेवा करनी होगी। अन्यथा उन्हें दंडित भी किया जा सकता है।

...70 साल से उपर का आयुष्मान कार्ड :

केंद्र सरकार ने 70 पार के बुजुर्गों के आयुष्मान होने का भी वचन दिया है। 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए विशेष कार्ड दिया जाएगा। इस योजना के तहत जो बुजुर्ग पहले से ही कवर किए गए हैं। उन्हें पांच लाख रुपये का एक्स्ट्रा कवर मिलेगा। वहीं, 70 साल से ऊपर के अन्य नागरिकों को वार्षिक पांच लाख रुपये तक का कवर फैमिली आधार पर मिलेगा।

...हर साल एक अक्टूबर को मनाते हैं अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस:

हर साल एक अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस मनाया जाता है। इसके तहत सामाजिक सुरक्षा कोषांग के द्वारा वृद्धा आश्रम एवं बुनियाद केंद्रों में कार्यक्रम होगा। इस दौरान शपथ ली जायेगी। बता दें कि पूर्णिया में बेसहारा बुजुर्गों के लिए सौ बेड का वृद्धाश्रम है। नगर निगम भी जल्द ही 50 बेड का नया वृद्धाश्रम संचालित करने वाला है।

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