बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन से होगी निगरानी
-फोटो : संभावित बाढ़ को लेकर समीक्षा बैठक करते हुए डीएम कुंदन कुमार। पूर्णिया, वरीय संवाददाता। कोसी बैराज में अत्यधिक जल छोड़ने के बाद प्रशासन अलर्ट म
पूर्णिया, वरीय संवाददाता। कोसी बैराज में अत्यधिक जल छोड़ने के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में है। जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि कोसी बैराज के कैचमेंट एरिया में हो लगातार बारिश से जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। प्राप्त सूचनानुसार कोसी बैराज से पानी का डिस्चार्ज छः लाख क्यूसेक से ज्यादा रहने की संभावना है। इस संबंध में आपदा प्रबंधन शाखा पूर्णिया के पदाधिकारियों, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों, सभी अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की गयी। पदाधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ एक टीम बनकर इस अप्रत्याशित आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया। जिला पदाधिकारी ने सभी अनुमंडल स्तरीय तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को अपने क्षेत्रों के निचले इलाकों में लगातार मायकिंग कराने तथा लोगों को संभावित बाढ़ से बचाव हेतु सचेत करने का निर्देश दिया। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन शाखा पूर्णिया से बाढ़ पूर्व तैयारियों की समीक्षा के दौरान दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की जानकारी प्राप्त की। साथ ही सभी अनुमंडल तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को अपने क्षेत्रों में लगातार निगरानी का निर्देश दिया। बाढ़ एवं जल निस्सरण के कार्यपालक अभियंता को सभी तटबंधों की लगातार पेट्रोलिंग कराने के लिए कहा गया। जिला पदाधिकारी द्वारा सभी उपस्थित पदाधिकारियों को आपात स्थिति में बचाव कार्य कर लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने हेतु सभी तैयारी अचूक रूप से पूर्ण कर रखने का निर्देश दिया गया। संभावित बाढ़ वाले क्षेत्रों की ड्रोन से निगरानी का निर्देश दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त चंद्रिमा अत्री, निदेशक डीआरडीए सह विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा, अपर समाहर्ता, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन, सिविल सर्जन, सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी, सभी प्रखंड तथा अनुमंडल स्तरीय पदाधिकारी, सभी अभियंत्रण विभागों के अभियंता तथा अन्य संबंधित क्षेत्रीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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....बाढ़ आश्रय स्थल पर सुविधा हो सुनिश्चित :
जिला पदाधिकारी द्वारा सभी क्षेत्रीय पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि लोगों को आश्रय स्थल पर रखने से पूर्व वहां पर सभी न्यूनतम मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो इसे सुनिश्चित किया जाना है। जिला पदाधिकारी द्वारा सिविल सर्जन पूर्णिया को बाढ़ प्रभावित इलाकों में बोट एंबुलेंस, मेडिकल कैंप आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में जाने वाले चिकित्सकों के लिए लाइफ जैकेट उपलब्ध कराने के लिए कहा गया। सभी मेडिकल कैंप, बोट एंबुलेंस में अन्य दवाओं के साथ प्रयाप्त मात्रा में हेलोजेन टैबलेट, एंटी स्नेक वेनम तथा एंटी रेबीज वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
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...एसडीआरएफ की टीमें भेजने का निर्देश :
जिला पदाधिकारी द्वारा पशुपालन विभाग को प्रयाप्त मात्रा में पशुचारा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बाढ़ की स्थित में बचाव हेतु चयनित स्थलों में पशु चारा उपलब्ध कराने हेतु चयनित संवेदक से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। सभी अनुमंडल तथा प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों जरूरत पड़ने पर सामुदायिक रसोई संचालित करने हेतु सभी तैयारियां पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। प्रभारी पदाधिकारी आपदा प्रबंधन शाखा को सभी संभावित अनुमंडलों में एसडीआरएफ की टीमें तुरंत भेजने का निर्देश दिया गया है। पर्याप्त मात्रा में पॉलीथीन शीट्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा तथा जरूरत पड़ने पर अन्य जिलों से भी मंगाने हेतु समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया।
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...बाढ़ प्रभावित पंचायतों को करें चिन्हित :
जिला पदाधिकारी द्वारा पथ निर्माण विभाग के अभियंता को सड़क एंबुलेंस को चालू रखने, पर्याप्त मात्रा में सड़क निर्माण की सामग्री तैयार रखने के लिए कहा गया। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने क्षेत्र में प्रशिक्षित बचाव कर्मियों का दल बनाकर लगातार जल स्तर की निगरानी कराने के लिए कहा गया। पदाधिकारियों को संभावित बाढ़ प्रभावित पंचायतों को चिन्हित करने तथा बचाव हेतु सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने और पर्याप्त मात्रा में सूखा राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु सभी तैयारियां पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।
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....बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्कूल बंद करने का आदेश :
जिला पदाधिकारी द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया को निर्देश दिया गया कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले विद्यालयों की पहचान कर जरूरी हो तो विद्यालय बंद करने का आदेश प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे तथा विद्यालय में कार्यरत रसोइया को सामुदायिक रसोई में कार्य करने हेतु निर्देश देने को कहा गया। सामुदायिक रसोई में कार्य करने वाली सभी रसोइयों को उनका भुगतान करने हेतु आपदा प्रभारी को निर्देश दिया गया। गोताखोर तथा महाजाल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया। सभी संबंधित पदाधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों के पीड़ितों को भुगतान हेतु समर्पित पोर्टल लगातार अपडेट करने का निर्देश दिया गया।
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...नियंत्रण कक्ष 24 घंटे रहेगा कार्यरत :
जिला पदाधिकारी द्वारा 24x7 नियंत्रण कक्ष कार्यरत रखने का निर्देश दिया गया। पीएचईडी से सभी बाढ़ आश्रय स्थल तथा सामुदायिक रसोई में पेयजल की आपूर्ति हेतु सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। सभी संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि संभावित कटाव की सूचना प्राप्त होने पर अविलंब कटाव रोधी कार्य करना सुनिश्चित करेंगे। सभी पदाधिकारियों को हर समय मुस्तैद रहने का निर्देश दिया गया तथा सभी प्राप्त सूचनाओं से अवगत कराने का निर्देश दिया गया। आपदा प्रभावित लोगों को बेहतर सुविधा देने हेतु संकल्पित होकर कार्य करने का निर्देश दिया गया।
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