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पोषण ट्रैकर के जरिए योजनाओं का अनुश्रवण

भारत सरकार पोषण ट्रैकर के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र की योजनाओं का अनुश्रवण करती है। सेविकाओं को मोबाइल दिया गया है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत हजारों लाभुक...

Newswrap हिन्दुस्तान, पूर्णियाWed, 21 Aug 2024 12:39 AM
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पूर्णिया। भारत सरकार द्वारा पोषण ट्रैकर के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र पर चलाई जा रही योजनाओं का अनुश्रवण नियमित रूप से कराया जाता है। इसके तहत सभी सेविकाओं को मोबाइल उपलब्ध कराया गया है। सेविका प्रत्येक कार्य दिवस में आंगनबाड़ी केंद्र पर अद्यतन प्रतिवेदन पोषण ट्रैक ऐप्प के माध्यम से अपलोड करती हैं। जिसका जिला एवं राज्य विभागीय निदेशालय और केंद्रीय निदेशालय स्तर पर अनुश्रवण किया जाता है। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस अनीता कुमारी ने बताया कि विभाग द्वारा जनहित में विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित हैं। इनमें मुख्य रुप से मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना अन्तर्गत 25 अप्रैल 2018 के बाद जन्म ली हुई सभी कन्या शिशुओं को इस योजना के तहत लाभ दिया जाता है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के शुरुआत से अब तक कुल 39556 लाभुकों को लाभांवित किया है।

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना: प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ सभी गर्भवती जो 1 जनवरी 2017 या उसके बाद की तिथि से गर्भवती महिला को प्रथम जीवित संतान के लिए सशर्त दो किस्तों में 5000 रुपए व द्वितीय कन्या शिशु के जन्म के 6000 का भुगतान एक किस्त में लाभुक के खाते किया जाता है। कुल 100 823 लाभुकों लाभांवित किया है।

आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन: वर्तमान में जिला अंतर्गत कुल 3434 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। टीएचआर पोषाहार वितरण योजना संचालित सभी आंगनबाड़ी केंद्रों से प्रत्येक माह 303412 लाभुक लाभान्वित हो रहे हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों को मीनू के अनुसार नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस प्रकार माह में कुल 25 दिन आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार दिया जाता है।

गोद भराई व अन्नप्राशन योजना: पोषण अभियान योजना के तहत गोद भराई एवं अन्नप्राशन का आयोजन प्रत्येक माह आंगनबाड़ी केंद्रों पर कराया जाता है। माह की 19 वीं तारीख को छ:माह के बच्चों को ऊपरी आहार खिलाने संबंधी अन्नप्राशन का आयोजन किया जाता है। जिसमें बच्चों को क्या पौष्टिक आहार देना चाहिए एवं कितनी मात्रा में देना चाहिए आदि की विधि बताई जाती है।

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