मदद की आस में महादेबपुर पंचायत के दर्जनों बाढ़ पीड़ित परिवार
...फोटो-बनमनखी, संवादसूत्र। बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र के महादेवपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर एक और दो में दर्जनों परिवार बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं जिस
बनमनखी, संवादसूत्र। बनमनखी अनुमंडल क्षेत्र के महादेवपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर एक और दो में दर्जनों परिवार बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं जिससे कई परिवारों का चूल्हा-चौका बंद है। ग्रामीणों को गांव से आने-जाने के लिए नाव ही एकमात्र सहारा है। ग्रामीणों का कहना है कि पानी अब धीरे-धीरे घट रहा है परंतु बिना नाव के आवागमन संभव नहीं है। ग्रामीण सुरेश शर्मा, बच्ची लाल शर्मा, रामजी शर्मा, पृथ्वी शर्मा, गोपाल शर्मा, झाबर मंडल, विष्णु देव शर्मा, खुशी लाल शर्मा, झरीलाल शर्मा, दीपक शर्मा समेत दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि यहां 50 घर बाढ़ से घिरा हुआ है जिसमें लगभग 200 लोग पानी में फंसे हुए हैं। वार्ड नंबर 2 के वार्ड सदस्य प्रीति देवी ने बताया कि अब तक सरकारी स्तर से कोई राहत बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए बनमनखी अनुमंडल पदाधिकारी, विधायक कृष्ण कुमार ऋषि समेत अन्य पदाधिकारी आ चुके हैं परंतु अब तक सरकारी स्तर से हम लोगों को कोई राहत नहीं मिली है। वहीं वार्ड नंबर 2 में पूरब टोला के 25 घरों में पानी घुस गया है। पंचायत के दर्जनों परिवार बाढ़ जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बताया कि गांव के बगल से होकर कारी कोसी धार गुजरती है। जब भी नदी में पानी का जलस्तर बढ़ता है पूरे गांव में पानी फैल जाता है। ग्रामीण अतिक लाल यादव ने बताया कि उसके घर का चूल्हा बीते 10 दिनों से पानी में डूबा हुआ है। घर में खाने को अनाज नहीं है। जो घर में रखा हुआ था वह सब पानी में डूब गया। हमें देखाने वाला कोई नहीं है। ग्रामीण मोहन कुमार भगत ने बताया कि जो टोला बाढ़ से प्रभावित है वहां जाने के लिए सरकारी रास्ता नहीं है। लोग निजी जमीन होकर अपने घर जाते हैं जिस कारण से आज तक वहां सड़क बन पायी है और ना ही पुल पुलिया बन पाया है। यहां के ग्रामीणों को प्रत्येक वर्ष परेशानी चलानी पड़ती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से राहत की मांग की है।
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...बाढ़ से बचाव के लिए लिबरी कोसी में जमे जलकुंभी को हटाया :
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मीरगंज, एक संवाददाता।
पूर्णिया स्टेट हाइवे पर स्थित मीरगंज के समीप लिबरी कोसी नदी में घना जलकुंभी ने अपना जगह बना लिया था जिससे बढ़ते जलस्तर का निकासी नहीं हो पा रहा था। नेपाल बैरेज से पानी छोड़े जाने के बाद जलकुंभी दीवार बनकर खड़ा था जो पानी के निकासी को अवरूद्ध कर रहा था। इसके कारण खेदलीचक, बरहकोना, चिकनी, दमैली, चम्पावती के निचले गांव में बाढ़ का पानी जमने लगा था जिससे बाढ़ जैसी स्थिति बनने लगी थी। धमदाहा एसडीएम राजीव कुमार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने दर्जनों मजदूर एवं जेसीबी के सहयोग से जलकुंभी को काटकर हटाया जिसके बाद पानी धीरे-धीरे अपनी दिशा में बहने लगा है। स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि अगले 24 घंटे में बाढ़ की स्थिति सामान्य हो जाना चाहिए। इस मौके पर धमदाहा एसडीएम राजीव कुमार, मो. यूनुस उर्फ़ पूनम मुखिया, उपमुख्य पार्षद जय प्रकाश पासवान, जिला पार्षद सदस्य पुष्कर मिश्रा, पूर्व जिला पार्षद सदस्य राकेश कुमार उर्फ बंटी यादव समेत दर्जनों जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
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