पीएफआई पर नकेल के बाद निकाला था फंडिंग का नया तरीका
फॉलोअप : -कोरोना के बाद पाकिस्तानी फंडिंग से बढ़ गई थी संदिग्ध संगठनों की सक्रियता पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। पाकिस्तानी हैंडलर के...

पूर्णिया, हिन्दुस्तान संवाददाता।
पाकिस्तानी हैंडलर के माध्यम से नेपाल वाया सीमांचल के रास्ते देश की कई राज्यों में रुपया भेजने मामले को लेकर एटीएस की टीम ने भी अपना जांच का दायरा काफी बढ़ा लिया है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या फैजाबाद समेत कई अन्य जगहों पर भेजे गए रुपए की तहकीकात करने के दौरान एटीएस और पूर्णिया पुलिस की टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। जिसके आलोक पर गहन रूप से छानबीन शुरू कर दी गई है। बताया जाता है कि कोरोना के बाद से नेपाल के रास्ते पाकिस्तान हैंडलर के द्वारा देश की कई राज्यों में बैठे संदिग्ध संगठनों के सदस्यों तक रुपया भेज कर उनमें दोबारा से जान फूंक डाली थी। ऐसी कई संगठन धीरे-धीरे सक्रिय होने लगे थे , जो देश विरोधी कार्यो में लगे हैं। जांच टीम इस बात का पता लगाने में अधिक जोर दे रही है कि आखिर क्या कारण है कि अधिकांश रुपया अयोध्या समेत आसपास की इलाकों के रहने वाले कथित लोगों की बैंक खाते में भेजी गई है। इस तरह की तमाम बिंदुओं को लेकर पुलिस और जांच एजेंसी के द्वारा बिंदुवार अध्ययन किया जा रहे हैं । एक हजार से अधिक ऐसे खातों का भी पता लगाने में पुलिस की टीम जुटी हुई है । जिनमें 10 से 25 लाख रुपए तक महज एक साल के दौरान भेजे गए हैं।
... पीएफआई पर नकेल कसने के बाद अख्तियार कर लिया था दूसरा तरीका :
जांच एजेंसी और एटीएस की टीम को प्रथम दृष्टया मिले जानकारी के आलोक पर पता चला है कि सीमांचल के इलाकों में पहले काफी संख्या में पीएफआई के सदस्य मौजूद थे। इन्हीं सदस्यों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान से वाया सीमांचल के रास्ते कई राज्यों में रुपया भेजने का काम किया जा रहा था। पीएफआई के सदस्यों पर नकेल कसने के बाद इस संगठन के जुड़े लोग भी कोरोना के बाद से काफी बेचैन दिख रहे थे। कई अन्य तरह की भी तरकीब का प्रयोग दिनों दिन कर रहा था। अपरोक्ष रूप से बताया जाता है कि पीएफआई के सदस्यों के द्वारा ही इस तरह के फंडिंग को जगह-जगह तक पहुंचाने में मदद किया जा रहे हैं।
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