बेलागंज, तरारी में कैंडिडेट बदलना चुनावी रणनीति का हिस्सा, पीके बोले- रिजल्ट के दिन पता चल जाएगा
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पार्टी द्वारा दो सीटों पर उपचुनाव मेें प्रत्याशी बदले जाने को चुनावी रणनीति का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि यह रणनीति है या गलती, इसका पता रिजल्ट के दिन चल जाएगा।
बिहार की बेलागंज और तरारी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी बदले जाने पर प्रशांत किशोर ने सफाई दी है। पीके ने इसे चुनावी रणनीति का हिस्सा बताया है। उन्होंने कहा कि पूरा देश मुझे चुनावी रणनीतिकार के तौर पर जानता है। कैंडिडेट बदलना चुनावी रणनीति का हिस्सा है या मेरी गलती है, यह रिजल्ट के दिन (23 नवंबर) को पता चल जाएगा। उन्होंने दावा किया कि बिहार की चारों विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की जीत होगी। पीके ने गुरुवार को गया में बेलागंज और इमामगंज से जन सुराज के प्रत्याशियों के नामांकन कार्यक्रम के दौरान ये बातें कहीं।
प्रशांत किशोर ने मीडिया से बातचीत के दौरान आरजेडी, जेडीयू और बीजेपी जैसी प्रमुख पार्टियों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उपचुनाव के नतीजों से आजादी का संदेश निकलेगा। विकल्प के अभाव में लोग राजनीतिक बंधुआ मंजदूर बन गए हैं। अब नेता का बेटा ही नेता नहीं बनेगा। बेलागंज और इमामगंज में जो राजनीतिक जमींदार बैठे हुए हैं। यह उस क्षेत्र की जनता को आजाद कराने का अभियान है। अब मजबूरी में भाजपा के डर से लालूजी को और लालू जी के डर से भाजपा को वोट नहीं देना पड़ेगा।
बीते 2 अक्टूबर को बनी पीके की जन सुराज पार्टी पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही है। जन सुराज ने बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ चारों सीटों पर उपचुनाव में प्रत्याशी उतारे हैं। बेलागंज में पार्टी ने पहले प्रोफेसर खिलाफत हुसैन को टिकट दिया था, मगर बाद में प्रत्याशी बदलकर मोहम्मद अमजद को मैदान में उतार दिया है। अमजद पूर्व में जेडीयू और लोजपा में रह चुके हैं और बेलागंज से दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं।
इसके साथ ही जन सुराज को भोजपुर जिले की तरारी सीट से भी कैंडिडेट बदलना पड़ा। पार्टी ने यहां से पूर्व सैन्य अधिकारी श्रीकृष्ण सिंह को टिकट दिया था। हालांकि, वोटर लिस्ट में नाम न होने के चलते वे चुनाव लड़ने के योग्य नहीं पाए गए। ऐसे में प्रशांत किशोर ने तरारी से उनकी जगह महिला समाजसेवी किरण देवी को कैंडिडेट बनाया है। पहली बार चुनावी मैदान में उतरी पीके की जन सुराज पार्टी द्वारा दो सीटों पर कैंडिडेट बदले जाने से चर्चाओं का बाजार गर्म है।