पुलिसकर्मियों ने माता-पिता की सेवा और बीवी के लिए मांगा ट्रांसफर, आधे आवेदन नामंजूर
बिहार पुलिस के कई पुलिसकर्मियों ने अपने माता-पिता की सेवा करने और पत्नी के इलाज का हवाला देते हुए ट्रांसफर की मांग की है। हालांकि, पुलिस मुख्यालय ने इनमें से करीब आधे आवेदन को अस्वीकार कर दिया है।
बिहार में माता-पिता की सेवा और बीमार पत्नी के इलाज के लिए 264 पुलिसकर्मियों ने तबादले की मांग की है। ऐच्छिक स्थानांतरण के लिए पुलिस मुख्यालय में खुद की बीमारी का भी हवाला देकर 60 पुलिस कर्मियों ने स्थानांतरण मांगा है। 264 में से 52 इंस्पेक्टर एवं दारोगा का मुख्यालय से स्थानांतरण मंजूर किया गया है। 88 पुलिसकर्मियों के स्थानांतरण पर निर्णय संबंधित रेंज के आईजी व डीआईजी पर छोड़ा गया है। वहीं, लगभग आधे यानी 124 की मांग को मुख्यालय ने नामंजूर करते हुए निर्देश दिया है कि वे जहां हैं, वहीं पर अपने परिवार वालों को सेवा दें।
मुजफ्फरपुर जिला बल में कार्यरत सुमनजी झा ने ऐच्छिक स्थानांतरण की मांग करते हुए मुख्यालय को बताया है कि उनके 90 वर्षीय पिता हृदय रोग से ग्रसित हैं। उनका पटना में इलाज चल रहा है। उनके इलाज के लिए सुमनजी मुजफ्फरपुर जिला बल से अपना स्थानांतरण वैशाली जिला बल में कराना चाह रहे हैं। बता दें कि सुमनजी को घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर निगरानी ने जेल भेजा था। जमानत के बाद इनके खिलाफ मुजफ्फरपुर में विभागीय कार्यवाही भी चल रही है।
वहीं, सीतामढ़ी में कार्यरत देवरंजन कुमार ने अपना ट्रांसफर रेल थाना मुजफ्फरपुर में करने की मांग की है। उन्होंने कारण बताया है कि पत्नी थायराइड और शुगर रोग से ग्रसित है। देखरेख करने वाला कोई नहीं है। इन दोनों के स्थानांतरण पर निर्णय के लिए इनके मांगपत्र को तिरहुत रेंज के डीआईजी के पास भेजा गया है।
रेल थाना मुजफ्फरपुर में कार्यरत किंग कुंदन अपना स्थानांतरण पूर्णिया समेत चार अलग-अलग जिलों में करने की मांग की है। उन्होंने बताया है कि उनके 82 वर्षीय वृद्ध पिता कई रोग से ग्रसित हैं। चलने फिरने में भी असमर्थ हैं। हृदय की बायपास सर्जरी भी हो चुकी है। उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं है। उसके मांग पत्र को रेल आईजी के पास भेजा गया है।
कैमूर में कार्यरत इंस्पेक्टर मनीष कुमार ने अपना तबादला खगड़िया, पटना या मुंगेर में करने की मांग की है। उन्होंने मुख्यालय को बताया है कि उनके माता-पिता काफी वृद्ध हैं। पिता ईपीलैप्सी बीमारी से ग्रसित हैं और शरीरिक रूप से असमर्थ हैं। देखरेख के लिए उन्हें उनकी जरूरत है। इसी तरह से 264 लोगों ने अपने आवेदन में स्थानांतरण के लिए माता-पिता, पत्नी और खुद की बीमारी का भी हवाला दिया है।