दरभंगा एम्स का 13 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे शिलान्यास, 1264 करोड़ की लागत से बनेगा बिहार का दूसरा AIIMS
दरभंगा एम्स के शिलान्यास की डेट आखिरकार फाइनल हो गई है। 13 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दूसरे एम्स का शिलान्यास करेंगे। 750 बेड वाले इस अस्पताल के लिए 2020 में 1 हजार 264 करोड़ राशि की मंजूर की गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 नवंबर को दरभंगा एम्स का शिलान्यास करेंगे। दरभंगा के सोभन में 187 एकड़ जमीन पर राज्य का दूसरा एम्स बनेगा। 2019-20 में दरभंगा में एम्स की स्वीकृति प्रदान की गई थी। 750 बेड वाले इस अस्पताल के लिए 2020 में 1 हजार 264 करोड़ राशि की मंजूर की गई थी। संस्थान को नए स्वरुप में बनाने के लिए आईआईटी दिल्ली को जिम्मेदारी दी गई है। दरभंगा एम्स के शिलान्यास के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे। दरभंगा एम्स से मिथिलावासियों सहित नेपाल और पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी।
दरभंगा से भाजपा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए सरकार की प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) की पहल मिथिला क्षेत्र में उन्नत चिकित्सा सुविधाएं लाएगी। उन्होने बताया कि पहले दरभंगा एम्स का शिलान्यास वर्चुअल मोड के जरिए पिछले महीने (अक्टूबर) में निर्धारित की गई थी। लेकिन महत्वाकांक्षी परियोजना के महत्व को देखते हुए हमने इसे बदलने का आग्रह किया था।
गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि नया एम्स गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच बढ़ाएगा और उत्तर बिहार में चिकित्सा अनुसंधान और शिक्षा में योगदान देगा। इस कदम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने, रोजगार पैदा होने और विशेष चिकित्सा के लिए लोगों को दूर-दराज के शहरों की यात्रा नहीं करनी पड़ेगी।
पटना के बाद दरभंगा में राज्य का दूसरा एम्स होगा। केंद्र सरकार ने 15 सितंबर, 2020 को 1264 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ 750 बिस्तर वाले राज्य के दूसरे एम्स के निर्माण को मंजूरी दी थी। इससे पहले, बिहार सरकार ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (डीएमसीएच) के परिसर में 200 एकड़ जमीन चिह्नित की थी। जिसे बाद में शोभन -एकमी बाईपास के किनारे स्थानांतरित कर दिया गया, जो इस मंडल मुख्यालय के प्रशासनिक केंद्र लहेरियासराय के साथ NH-57 को जोड़ता है।
राज्य सरकार ने दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए 12 अगस्त को 150.13 एकड़ और 24 सितंबर को शेष 37.31 एकड़ जमीन हस्तांतरित करते हुए पंचोभ ग्राम पंचायत (शोभन के पास) में बलिया मौजा में 187.44 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है। जानकारी के अनुसार, नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन की सहायक इकाई-हॉस्पिटल सर्विसेज कंसल्टेंसी कॉरपोरेशन (एचएससीसी) ने दरभंगा एम्स के निर्माण का ठेका हासिल कर लिया है।
दरभंगा को उत्तर बिहार के शैक्षिक और स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में इसकी स्थिति और नेपाल से इसकी नजदीकी के कारण चुना गया था। वर्तमान में आईआईटी दिल्ली को संस्थान को फिर से डिजाइन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, और अनुमानित लागत लगभग 400 करोड़ तक बढ़ने की उम्मीद है। सूत्रों से पता चला कि दरभंगा एम्स की कुल लागत 1700 करोड़ हो सकती है।